ऑनलाइन रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम नहीं होने से ट्रेडिंग रूकी, टेलीकॉम कंपनियों से मिलने वाली रिपोर्ट की है प्रतीक्षाः NSE
NSE ने गुरुवार को कहा कि ऑनलाइन रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम के अभाव की वजह से बुधवार को ट्रेडिंग करीब चार घंटे रूकी रही। एक्सचेंज ने कहा कि वह इस घटना को लेकर टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स और वेंडर्स से विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही है।
मुंबई, पीटीआइ। देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज NSE ने गुरुवार को कहा कि 'ऑनलाइन रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम' के अभाव की वजह से बुधवार को ट्रेडिंग करीब चार घंटे रूकी रही। एक्सचेंज ने कहा कि वह इस घटना को लेकर टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स और वेंडर्स से विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही है। NSE ने एक बयान जारी कर ट्रेड बंद होने से जुड़े घटनाक्रम की व्याख्या करते हुए कहा कि रिडंडेंसी सुनिश्चित करने के लिए उसके पास दो सर्विस प्रोवाइडर्स के कई टेलीकॉम लिंक उपलब्ध हैं। बकौल NSE दोनों टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स ने अपने लिंक से जुड़ी समस्या से उसे अवगत कराया है।
(यह भी पढ़ेंः रिटायरमेंट फंड जुटाने के लिए बेहतर विकल्प है NPS, इसमें निवेश के हैं ये चार बड़े फायदे)
NSE ने कहा है कि लिंक में स्थिरता के अभाव का असर ऑनलाइन रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम पर पड़ा। स्टॉक एक्सचेंज ने कहा कि इसका ट्रेडिंग पर कोई असर नहीं पड़ा।
एक्सचेंज ने कहा कि वह समस्या के समाधान के लिए लगातार काम कर रहा था और इसका समाधान निकलते ही बाजार को फिर से खोलने की घोषणा कर दी गई।
एक्सचेंज की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वह कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी (सेक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) के बराबर संपर्क में है और संबंधित घटनाक्रमों से उसे अवगत करा दिया है।
सेबी ने एनएसई से इस घटना की वजह का पता लगाने को कहा है तथा जल्द-से-जल्द एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। इसके अलावा एक्सचेंज से यह भी पूछा है कि किसी भी तरह की दिक्कत पेश आने के बाद ट्रेडिंग को डिजास्टर रिकवरी वेबसाइट पर शिफ्ट क्यों नहीं किया गया।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को तकनीकी गड़बड़ी की वजह से NSE पर करीब चार घंटे के लिए ट्रेडिंग रूक गई थी।