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देर-सबेर होगी डीजल मूल्य में एकमुश्त वृद्धि

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राजनीतिक वजहों से डीजल कीमत में एकमुश्त बड़ी वृद्धि की योजना फिलहाल भले ही टल गई हो, लेकिन इसे बहुत दिनों तक टाला नहीं जा सकता। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने इस बात के स्पष्ट संकेत दिए। ट्रांसपोर्ट सेक्टर में ईंधन बचत पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मोइली ने बताया कि वृद्धि की मौजूदा द

By Edited By: Published: Tue, 01 Oct 2013 10:23 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राजनीतिक वजहों से डीजल कीमत में एकमुश्त बड़ी वृद्धि की योजना फिलहाल भले ही टल गई हो, लेकिन इसे बहुत दिनों तक टाला नहीं जा सकता। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने इस बात के स्पष्ट संकेत दिए। ट्रांसपोर्ट सेक्टर में ईंधन बचत पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मोइली ने बताया कि वृद्धि की मौजूदा दर से डीजल पर घाटे की भरपाई में तेल कंपनियों को दो वर्ष लग जाएंगे।

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तेल मार्केटिंग कंपनियों को डीजल पर इस समय 10.52 रुपये प्रति लीटर का घाटा हो रहा है। इस घाटे की भरपाई के लिए कंपनियों को हर महीने 50 पैसे की वृद्धि करने की छूट मिली हुई है। ऐसे में अगर कच्चे तेल (क्रूड) की कीमत मौजूदा स्तर पर रहे और डॉलर के मुकाबले रुपया भी इसी स्तर पर बना रहे तो 21 महीने तक डीजल की कीमत बढ़ानी पड़ेगी। तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने इस हालात को देखकर ही डीजल में एकमुश्त तीन से पांच रुपये की वृद्धि करने का मन बनाया था। लेकिन माना जाता है कि मोइली के इस प्रस्ताव को कांग्रेस हाईकमान की मंजूरी नहीं मिली। संकेत हैं कि मोइली फिर इसकी कोशिश करेंगे।

पेट्रोलियम मंत्री ने मंगलवार को बताया कि डीजल, रसोई गैस और केरोसिन पर होने वाले घाटे की वजह से पिछले वित्त वर्ष के दौरान सरकार को एक लाख करोड़ रुपये देने पड़े थे। तेल कंपनियों ने भी 60 हजार करोड़ रुपये का बोझ वहन किया था। चालू वित्त वर्ष 2013-14 में अभी सिर्फ डीजल पर हर महीने 10,500 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। यही वजह है कि तेल कंपनियों की तरफ से डीजल की कीमत में एकमुश्त वृद्धि को लेकर दबाव बनाया जा रहा है।

बस ड्राइवरों को देंगे प्रशिक्षणमोइली ने बताया कि राज्य परिवहन निगमों के ड्राइवरों को बेहतर तरीके से गाड़ी चलाकर डीजल बचाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अगले दो वर्षो के भीतर रोडवेज के एक लाख से ज्यादा ड्राइवरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसी तरह से ट्रक ड्राइवरों को भी प्रशिक्षित करने का अभियान चलेगा। पहले दो महीने में 30 हजार ट्रक ड्राइवरों को डीजल बचाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।


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