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मध्यम वर्ग सही टैक्स विकल्प चुनने में सक्षम : नीति आयोग

सरकार के दावे के विपरीत विशेषज्ञों का मानना है कि नई टैक्स प्रणाली में विकल्प चुनने का मौका देना निजी आयकरदाताओं के लिए सुविधाजनक हो सकता है।

By NiteshEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 08:53 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 08:52 AM (IST)
मध्यम वर्ग सही टैक्स विकल्प चुनने में सक्षम : नीति आयोग

नई दिल्ली, पीटीआइ। नीति आयोग ने कहा है कि देश का मध्यम वर्ग अपने लिए सही टैक्स विकल्प चुनने के लिए पर्याप्त सक्षम है। नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने आम बजट में पेश नई टैक्स प्रणाली पर भरोसा जताते हुए कहा कि इसमें करदाताओं के पास रिटर्न फाइल करने के विकल्प तो होंगे ही, साथ ही उनकी बचत भी प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि नई प्रणाली में टैक्स प्रक्रिया को काफी आसान कर दिया गया है। इसमें लोगों के पास बिना किसी तरह की छूट का दावा किए कम दरों पर टैक्स चुकाने का विकल्प मौजूद होगा।\

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सरकार के दावे के विपरीत विशेषज्ञों का मानना है कि नई टैक्स प्रणाली में विकल्प चुनने का मौका देना निजी आयकरदाताओं के लिए सुविधाजनक हो सकता है। लेकिन कॉरपोरेट टैक्स के मामले में इस प्रणाली से जटिलता पैदा होने की आशंका है। कुमार ने कहा कि टैक्स विकल्प चुनने का निर्णय लोगों पर छोड़ देना चाहिए। हमारा उद्देश्य सिर्फ यह है कि लोगों की बचत प्रभावित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक अर्थशास्त्री होने के नाते उन्हें टैक्स नियमों के लिए विकल्प प्रणाली काफी बेहतर लगी। हालांकि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस की इकोनॉमिस्ट इला पटनायक की राय कुछ और है। उनका कहना था कि आमतौर बुढ़ापे के लिए लोग बचत पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।

पुराने तरीके में बचत का पुख्ता प्रबंध है, लेकिन नया विकल्प चुनने पर उनकी बचत प्रभावित होगी। पटनायक ने कहा कि देश के ढांचागत विकास के लिए घरेलू स्तर पर लंबी अवधि की बचतों का होना जरूरी है। इसके लिए हम केवल विदेशी निवेश पर निर्भर नहीं रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले छह वर्षो के दौरान घरेलू बचत में गिरावट देखी गई है। वर्ष 2012 में जब देश की विकास दर शीर्ष पर थी उस समय कुल बचत दर 36 परसेंट थी, जो अब 30 परसेंट रह गई है।

हासिल करेंगे डायरेक्ट टैक्स लक्ष्य : सीबीडीटीनई

टैक्स विभाग को डायरेक्ट टैक्स का संशोधित लक्ष्य हासिल कर लेने की पूरी उम्मीद है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में 11.7 लाख करोड़ रुपये प्रत्यक्ष कर संग्रहण का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। सीबीडीटी के चेयरमैन पीसी मोदी ने बताया कि टैक्स लक्ष्यों को हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए तकनीक का भरपूर सहयोग भी लिया जा रहा है। उनका कहना था कि विभाग टैक्स कलेक्शन को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है और अभी तक के परिणाम उत्साहजनक हैं। मोदी ने बताया कि पिछली तिमाही के दौरान सबसे ज्यादा टैक्स कलेक्शन हुआ। 


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