मनी लांड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के खिलाफ कदम उठाने को प्रतिबद्ध : सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एफएटीएफ के ग्लोबल नेटवर्क की सराहना की। अमेरिका में उन्होंने फेडएक्स और मास्टरकार्ड जैसी बड़ी अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से भी मुलाकात की। उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से भारत में निवेश के अवसरों के बारे में भी चर्चा की।
नई दिल्ली, पीटीआइ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मनी लांड्रिंग व आतंक के वित्त पोषण (टेरर फाइनेंसिंग) के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया है। उन्होंने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के ग्लोबल नेटवर्क की भी सराहना की। वित्त मंत्री ने 2022-24 के लिए पेरिस स्थित एफएटीएफ की रणनीतिक प्राथमिकताओं का समर्थन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) और विश्व बैंक की 2022 की स्प्रिंग मीटिंग के साथ आयोजित एफएटीएफ मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लिया।
फेडएक्स और मास्टरकार्ड के सीईओ से भी मुलाकात
स्प्रिंग मीटिंग 2022 के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बीते सोमवार को अमेरिका पहुंची थीं। वित्त मंत्री सीतारमण ने फेडएक्स और मास्टरकार्ड जैसी बड़ी अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से भी मुलाकात की। उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से भारत में निवेश के अवसरों के बारे में चर्चा की। वित्त मंत्री ने ओईसीडी के सेक्रेटरी जनरल मैथियास कोरमैन से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा की।
एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी निकाय
बैठक के दौरान 2022-24 के लिए एफएटीएफ की रणनीतिक प्राथमिकताओं पर भी चर्चा की गई। एफएटीएफ ग्लोबल नेटवर्क को मजबूत करना, पारस्परिक मूल्यांकन की एफएटीएफ प्रणाली निर्मित करना, आपराधिक संपत्तियों को अधिक प्रभावी ढंग से रिकवर करने की क्षमता बढ़ाना इन प्राथमिकताओं में शामिल हैं। एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी निकाय है। इसकी स्थापना 1989 में मनी लांड्रिंग, आतंक के वित्तपोषण और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली से संबंधित अन्य खतरों से निपटने के लिए की गई थी।