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इन तीन बीमा कंपनियों के विलय को मिल सकती है मंजूरी, वित्तीय सेहत सुधारना है मकसद

Union Cabinet Meeting Today केंद्र पहले ही इन तीनों सरकारी बीमा कंपनियों में 2500 करोड़ रुपये डाल चुकी है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 11:18 AM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 11:47 AM (IST)
इन तीन बीमा कंपनियों के विलय को मिल सकती है मंजूरी, वित्तीय सेहत सुधारना है मकसद
इन तीन बीमा कंपनियों के विलय को मिल सकती है मंजूरी, वित्तीय सेहत सुधारना है मकसद

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। केंद्रीय मंत्रिमंडल तीन सरकारी साधारण बीमा कंपनियों ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के विलय को बुधवार को मंजूरी दे सकती है। अंग्रेजी अखबार 'लाइव मिंट' ने जानकार सूत्रों के आधार पर यह खबर दी है। अधिकारी ने कहा, ''कैबिनेट तीनों बीमा कंपनियों के विलय के साथ-साथ उनमें पूंजी डालने के प्रस्ताव पर विचार कर सकती है।''

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इस प्रस्तावित विलय से तीनों कंपनियों की परिचालन क्षमता, सॉल्वेंसी अनुपात और लाभ बढ़ने की उम्मीद है। वर्ष 2018-19 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरूण जेटली ने तीनों इंश्योरेंस कंपनी के विलय का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने विलय के बाद गठित होने वाली कंपनी को घरेलू शेयर बाजारों में सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव भी दिया था।

जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा था, ''तीन सरकारी साधारण बीमा कंपनियों National Insurance Company Ltd, United India Assurance Company Limited और Oriental India Insurance Company Limited का विलय करके एक इंश्योरेंस कंपनी बनायी जाएगी। इसके बाद उसकी लिस्टिंग की जाएगी।''

हालांकि, तीनों कंपनियों की वित्तीय सेहत मजबूत नहीं होने के कारण विलय प्रक्रिया में देरी हुई है। अधिकारी ने कहा, ''लिस्टिंग से पहले तीनों कंपनियों को मजबूत बनाने का विचार है। इस विषय में अंतिम निर्णय कैबिनेट करेगी।''

केंद्र पहले ही इन तीनों सरकारी कंपनियों में 2,500 करोड़ रुपये डाल चुकी है। बजट दस्तावेज के मुताबिक इन तीनों कंपनियों में अगले साल 6,950 करोड़ रुपये डाले जाएंगे।


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