आधार को हैक कर पाना आसान नहीं: नंदन निलेकणि
UIDAI के पूर्व अध्यक्ष नंदन निलेकणि ने कहा है कि आधार में इस्तेमाल की गई इनक्रिप्शन तकनीक को हैक कर पाना बेहद मुश्किल है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। आधार की सुरक्षा के एक बड़ी चुनौती है। यह बात UIDAI के पूर्व अध्यक्ष नंदन निलेकणि ने कही है। उन्होंने यह भी कहा है कि आधार को अबतक कोई भी हैक नहीं कर पाया है। कई बार लोगों ने ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) के जरिए दूसरों के डेटा को हासिल करने की कोशिश की है। लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाये हैं। बावजूद इसके आधार की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती साबित होने वाली है।
टेक्नोलॉजिकल प्रोफेशल अभिनव श्रीवास्तव ने दावा किया था कि उनके बनाए गए एप के जरिए लोगों के डेटा को प्राप्त किया जा सकता है। इस संबंध में एक सवाल के जवाब में निलेकणि ने कहा, “डिजिटल वर्ल्ड में अपने सिस्टम्स को सुरक्षित रखना होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि UIDAI एक अत्याधिक सुरक्षित प्रमाली पर काम कर रहा है।
एक साक्षात्कार के दौरान निलेकणि ने बताया था कि भारत में सबसे सुरक्षित प्रणाली आधार है और यह दुनिया के सुरक्षित सिस्टम्स में से एक है। इसमें इस्तेमाल की गई इनक्रिप्शन तकनीक को हैक कर पाना बेहद मुश्किल है। देश में निजी कंपनियों के सर्वर भी इससे ज्यादा सुरक्षित नहीं हैं।
डेटा ओनरशिप को लेकर कन्सल्टेशन प्रोसेस शुरू करेगा ट्राई
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) जल्द ही ओनरशिप, गोपनीयता और डेटा की सुरक्षा के मुद्दों को हल करने के लिए एक परामर्श प्रक्रिया शुरू करेगी। ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने बताया कि दूरसंचार क्षेत्र में डेटा सुरक्षा, ओनरशिप और डेटा गोपनीयता पर परामर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौलिक प्रश्न यह है कि डेटा की ओनरशिप और उपयोगकर्ता के डेटा का अनंतिम अधिकार किसके पास है।