म्यूचुअल फंड्स में खुदरा निवेशकों का बढ़ रहा रुझान, पहली बार SIP एयूएम तीन लाख करोड़ रुपये के पार
अगस्त में 9090 करोड़ जुलाई में 8092 करोड़ जून में 7585 करोड़ रुपये और मई में 4968 करोड़ रुपये मई में इन योजनाओं में निवेश किए गए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। म्यूचुअल फंडों में खुदरा निवेशकों की रुचि बढ़ रही है। इसकी एक प्रमुख वजह सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआइपी में मिलने वाला उच्च रिटर्न है। यही वजह है कि म्यूचुअल फंड की एसआइपी योजनाओं की कुल परिसंपत्तियां तीन लाख करोड़ रुपये को पार कर गई हैं। हालांकि बाजार में तेजी बने रहने के बावजूद अक्टूबर में म्यूचुअल फंडों में होने वाला कुल निवेश मात्र 6,015 करोड़ रुपये पर सीमित रह गया है, जो बीते पांच महीने का निचला स्तर है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री (एम्फी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक खुदरा निवेशकों में एसआइपी खातों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। एम्फी का मानना है कि म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए यह सकारात्मक संकेत है। एम्फी के सीईओ एनएस वेंकटेश ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि शेयर बाजार आने वाली तिमाही में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। इससे म्यूचुअल फंड में निवेश का प्रवाह और बढ़ेगा।
'एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष अक्टूबर में उद्योग की कुल परिसंपत्तियां (एयूएम) करीब 26.33 लाख करोड़ रुपये रही हैं। बीते वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले इसमें 18 परसेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अगर इनमें एसआइपी योजनाओं में होने वाले निवेश की बात करें तो अक्टूबर में कुल 8,246 करोड़ रुपये का निवेश आया है। लेकिन ओपन एंडेड इक्विटी योजनाओं में निवेश का प्रवाह चिंता पैदा कर रहा है।
सरकार की तरफ से आर्थिक सुधारों की दिशा में उठाए गए कदमों की वजह से शेयर बाजार में चल रही तेजी के बावजूद इनमें निवेश की रफ्तार अपेक्षित नहीं है। एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में इन योजनाओं में 6,026 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। जबकि 11 करोड़ रुपये इन योजनाओं से निवेशकों ने इसमें से निकाले। इस तरह कुल 6015 करोड़ रुपये का निवेश इन योजनाओं में आया। यह पिछले पांच महीने में ओपेन एंडेड योजनाओं में हुआ सबसे कम निवेश है।इसके विपरीत इक्विटी और इक्विटी लिंक्ड सेविंग योजनाओं में सितंबर में 6,489 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। अगस्त में 9,090 करोड़, जुलाई में 8092 करोड़, जून में 7,585 करोड़ रुपये और मई में 4,968 करोड़ रुपये मई में इन योजनाओं में निवेश किए गए।