मूडीज ने घटाई चीन की रेटिंग, बढ़ते कर्ज और धीमी ग्रोथ को बताया वजह
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चीन की रेटिंग को Aa3 से घटाकर A1 कर दिया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने चीन की रेटिंग में कमी की है। एजेंसी ने चीन की रेटिंग घटाने के पीछे धीमी इकोनॉमिक ग्रोथ और बढ़ते कर्ज को प्रमुख वजह बताया है। उसका कहना है कि इससे आने वाले वर्षों में चीन की ताकत में कमी आएगी। मूडीज ने बुधवार को जानकारी दी है कि उसने चीन की दीर्घकालिक रेटिंग को Aa3 से घटाकर A1 कर दिया है।
एजेंसी ने चेताते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में चीन की अर्थव्यवस्था- के भारी कर्ज के और बढ़ने की संभावना है जबकि सरकार का प्रत्यक्ष ऋण बोझ साल 2020 तक अर्थव्यवस्था के 45 फीसद तक पहुंचने की आशंका है। मौजूदा वित्त वर्ष (2017-18) में यह आंकड़ा अर्थव्यवस्था के 40 फीसद का है। मूडीज ने कहा कि बीजिंग के आर्थिक सुधार कार्यक्रम बढ़ते लीवरेज को ऑफसेट करने के लिए पर्याप्त नहीं होंगे क्योंकि अधिकारियों के अंदर कर्ज के ईंधन से ग्रोथ को सहारा देने की प्रवृत्ति है।
मूडीज ने अपनी ओर से जारी किए गए बयान में कहा, “यह डाउनग्रेड मूडी की उस उम्मीद को दर्शाता है कि आने वाले वर्षों में चीन की वित्तीय ताकत कुछ हद तक कम हो जाएगी, क्योंकि धीमी विकास दर के साथ अर्थव्यवस्था पर कर्ज का बढ़ना जारी है।”
रेटिंग एजेंसी ने इसके फैसले की घोषणा करने के तुरंत बाद चीन की मुद्रा युआन ऑफशोर मार्केट में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगभग 0.1 फीसद तक की गिरावट देखने को मिली। हालांकि युआन की इस गिरावट में थोड़ी देर बाद ही सुधार देखने को मिला।
चीन के आउटलुक में किया सुधार
एजेंसी ने चीन के रेटिंग में बेशक कमी की है लेकिन उसने देश के आउटलुक में सुधार किया है। उसने देश के आउटलुक को निगेटिव से स्टेबल कर दिया है। उसका कहना है कि फिलहाल जोखिम संतुलित हैं और ग्रोथ अपेक्षाकृत मजबूत स्थिति में है।