Move to Jagran APP

कामगारों को समय पर मिलेगी निश्चित सैलरी, ड्यूटी का समय भी होगा फिक्‍स्‍ड, सितंबर से लागू हो सकता है नया वेतन कोड

श्रम व रोजगार मंत्रालय ने श्रम सुधारों की दिशा में इस बेहद महत्वपूर्ण कानून के मसौदे को आम लोगों की प्रतिक्रिया के लिए जारी कर दिया है।

By Manish MishraEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 08:38 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 05:54 PM (IST)
कामगारों को समय पर मिलेगी निश्चित सैलरी, ड्यूटी का समय भी होगा फिक्‍स्‍ड, सितंबर से लागू हो सकता है नया वेतन कोड
कामगारों को समय पर मिलेगी निश्चित सैलरी, ड्यूटी का समय भी होगा फिक्‍स्‍ड, सितंबर से लागू हो सकता है नया वेतन कोड

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्र सरकार जिस महत्वाकांक्षी श्रम सुधार कानून को लागू करना चाहती है, उसके बेहद महत्वपूर्ण हिस्से 'कोड ऑन वेजेज, 2019' का क्रियान्वयन इस वर्ष सितंबर से शुरू हो जाने की उम्मीद है। श्रम व रोजगार मंत्रालय ने श्रम सुधारों की दिशा में इस बेहद महत्वपूर्ण कानून के मसौदे को आम लोगों की प्रतिक्रिया के लिए जारी कर दिया है। यह वेतन कोड सभी कामगारों के लिए न्यूनतम वेतन निर्धारण समेत वेतन भुगतान में देरी जैसी सभी दिक्कतों को खत्म कर देगा।

loksabha election banner

कोड ऑन वेजेज यानी वेतन कोड का मसौदा 7 जुलाई को केंद्र सरकार के गजट में प्रकाशित किया गया है, जिस पर आम लोगों से 45 दिनों के भीतर राय मांगी गई है। श्रम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगर सारी चीजें उम्मीद के मुताबिक होती हैं तो आम लोगों से राय मिलने के बाद यह कानून इस वर्ष सितंबर से लागू कर दिया जाएगा।

कोड ऑन वेजेज बिल, 2019 को संसद में पेश करते वक्त श्रम संतोष गंगवार का कहना था कि इस बिल के पारित होने से देश में 50 करोड़ से अधिक कामगारों को सीधा फायदा मिलेगा। इस बिल को लोकसभा पिछले वर्ष 30 जुलाई और राज्यसभा दो अगस्त को पारित कर चुकी है। इस कोड में वेतन, बोनस और उनसे जुड़े सभी मुद्दों को व्यापक रूप दिया गया है। 

इसके अस्तित्व में आ जाने के बाद न्यूनतम वेतन कानून, वेतन भुगतान कानून, बोनस भुगतान कानून और समान वेतन कानून खत्म हो जाएंगे और उनकी जगह यही एक कोड अस्तित्व में रहेगा।गौरतलब है कि सरकार 44 केंद्रीय श्रम कानूनों को चार कोड में समेटने पर काम कर रही है। इनमें कोड ऑन वेजेज, कोड ऑन इंडस्ट्रियल रिलेशंस, कोड ऑन सोशल सेक्योरिटी एवं कोड ऑन ऑक्यूपेशनल हेल्थ एंड सेफ्टी शामिल हैं।

क्या है कोड ऑन वेजेज में

  • वेतन में महिला, पुरुष या अन्य कामगारों के वेतन में कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा
  • एक ही कंपनी के कर्मचारियों में वेतन मिलने की तिथि में अंतर नहीं होगा
  • कर्मचारी रोजाना आठ घंटे ही काम करेंगे और काम के घंटों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी
  • न्यूनतम वेतन का निर्धारण एक केंद्रीय सलाहकार बोर्ड करेगा

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.