Mobikwik के साथ एक और कंपनी ला रही IPO, जानिए कब और कैसे खरीद सकेंगे शेयर
Mobikwik IPO date डिजिटल भुगतान स्टार्टअप वन मोबिक्विक सिस्टम्स (Mobikwik systems) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिये 1900 करोड़ रुपये जुटाने को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) के पास शुरुआती दस्तावेज जमा करा दिए हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Mobikwik IPO date : डिजिटल भुगतान स्टार्टअप वन मोबिक्विक सिस्टम्स ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिये 1,900 करोड़ रुपये जुटाने को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं। आईपीओ के तहत 1,500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और प्रवर्तक और मौजूदा शेयरधारक 400 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएंगे। इसके साथ ही जन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Jana Small Finance Bank) को प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए धन जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गई है। यानि फिर एकसाथ दो IPO बाजार में आएंगे।
Jana Small Finance Bank के मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (जीआरएचपी) के मसौदे के अनुसार आईपीओ के तहत 700 करोड़ रुपये के ताजा इक्विटी शेयर और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 92,53,659 शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव है।
उधर, Mobikwik 400 करोड़ रुपये तक के आईपीओ पूर्व नियोजन पर भी विचार कर सकती है। अगर आईपीओ पूर्व नियोजन पूरा होता है, तो नए निर्गम से इतने ही इक्विटी शेयरों को घटा दिया जाएगा। वन मोबिक्विक सिस्टम्स (Mobikwik IPO date) देश की प्रमुख मोबाइल वॉलेट (मोबिक्विक वॉलेट) और बाय नाउ पे लेटर (बीएनपीएल) कंपनी है। कंपनी के शेयरों को बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध किया जाएगा।
हर रोज 10 लाख से भी अधिक ट्रांजेक्शन
Mobikwik से हर रोज 10 लाख से भी अधिक ट्रांजेक्शन होते हैं। मोबिक्विक का इस्तेमाल कर के फोन रिचार्ज किया जा सकता है, बिल जमा किए जा सकते हैं और कई जगहों पर भुगतान भी किया जा सकता है। मोबिक्विक से मौजूदा समय में करीब 30 लाख से भी अधिक ट्रेडर्स और रिटेलर्स जुड़े हुए हैं। अभी मोबिक्विक के उपभोक्ताओं की संख्या 1.07 करोड़ से भी अधिक है।
सिकोइया कैपिटल और बजाज फाइनेंस लिमिटेड का बड़ा निवेश
मोबिक्विक में सिकोइया कैपिटल और बजाज फाइनेंस लिमिटेड का बड़ा निवेश है। इस कंपनी का सीधा मुकाबला, वाट्सऐप पे, गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे पेमेंट ऐप्स के साथ है। पीडब्ल्यूसी की एक रिपोर्ट के अनुसार 2022-2030 भारत का डिजिटल भुगतान का बाजार 2.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। ऐसे में मोबिक्विक जैसी डिजिटल पेमेंट सुविधा देने वाली कंपनियों के लिए बड़ा स्कोप है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)