साइरस मिस्त्री की टाटा की कंपनियों से मांग, टाटा संस को प्राइवेट लिमिटेड बनाने संबंधी प्रस्ताव खारिज किया जाए
साइरस मिस्त्री ने टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों के निदेशकों से अपील की है कि वे टाटा संस को प्राइवेट लिमिटेड फर्म में बदलने के कदम का विरोध करें
नई दिल्ली (जेएनएन)। मिस्त्री परिवार से जुड़ी फर्म साइरस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड ने टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों के निदेशकों विशेषकर टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और टाटा पॉवर से कहा है कि वो टाटा संस को निजी लिमिटेड फर्म में बदलने के लिए लाए गए प्रस्ताव के खिलाफ वोट दें। गौरतलब है कि टाटा संस की सालाना आम बैठक गुरूवार को होने जा रही है।
इस अहम मीटिंग से ठीक पहले साइरस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड ने टाटा की कंपनियों के विभिन्न बोर्ड सदस्यों को एक पत्र लिखकर कहा है कि यह कदम उनकी सम्बद्ध कंपनियों तथा अल्पांश हिस्सेदारों के हितों के खिलाफ है।
अगर यह प्रस्ताव पास किया जाता है तो टाटा संस में कंपनियों की ओर से शेयरों के मुफ्त हस्तांतरण पर प्रतिबंध लग जाएगा। साथ ही उन्हें टाटा संस में अपनी हिस्सेदारी में विनिवेश करने के दौरान बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। टाटा संस में विभिन्न समूह की कंपनियों की हिस्सेदारी ज्यादातर सिंगल डिजिट में है और सामूहिक रुप से यह 10 फीसद से भी कम है। वहीं मिस्त्री परिवार के पास टाटा संस में 18.4 फीसद की हिस्सेदारी है जबकि टाटा संस ट्रस्ट के पास 66 फीसद की हिस्सेदारी है। जब इस बारे में टाटा संस के प्रवक्ता से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देन से इनकार कर दिया।
आपको बता दें, बीते साल 24 अक्टूबर को साइरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। मिस्त्री के जाने के बाद कंपनी की कमान कुछ दिनों तक खुद रतन टाटा ने संभाली, लेकिन कुछ ही महीनों के भीतर नटराजन चंद्रशेखरन को नया चेयरमैन नियुक्त कर दिया गया।