Corona Lockdown: इलाहाबाद बैंक, इंडियन बैंक की विलय प्रक्रिया पूरी होने में हो सकती है देरी
विलय प्रक्रिया पूरी होने के बाद इलाहाबाद बैंक NSC Bose Road स्थित अपने ऐतिहासिक मुख्यालय के बिल्डिंग को खाली कर देगा और नजदीकी परिसर में शिफ्ट कर जाएगा।
कोलकाता, पीटीआइ। COVID-19 की वजह से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक की विलय प्रक्रिया में थोड़ी देरी हो सकती है। इलाहाबाद बैंक के एक अधिकारी ने शनिवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से बेसिक बैंकिंग ट्रांजैक्शन की शुरुआत हो जाएगी। एक अप्रैल, बैंकों के विलय की प्रभावी तारीख है। अधिकारी ने कहा, ''लंबे समय के लॉकडाउन की वजह से विलय प्रक्रिया पूरा होने में थोड़ा विलंब हो सकता है...लेकिन नकदी जमा करने, पैसे की निकासी और रुपये का हस्तानांतरण एक अप्रैल से शुरू हो जाएगा।''
इस विलय योजना के अनुसार इंडियन बैंक के 115 शेयरों को इलाहाबाद बैंक के 1,000 शेयरों से एक्सचेंज किया जाएगा। अधिकारी ने साथ ही कहा कि विलय प्रक्रिया पूरी होने के बाद इलाहाबाद बैंक NSC Bose Road स्थित अपने ऐतिहासिक मुख्यालय के बिल्डिंग को खाली कर देगा और नजदीकी परिसर में शिफ्ट कर जाएगा।
उन्होंने कहा, ''मर्जर के तीन से छह माह बाद हम अपने मुख्यालाय के भवन को खाली कर देंगे। यह किराये का भवन है और हम इंडियन एक्सचेंज प्लेस पर अपने एनेक्सी बिल्डिंग में शिफ्ट हो जाएंगे।''
अधिकारी ने कहा लॉकडाउन की वजह से शाखाएं फुल स्ट्रेंथ के साथ नहीं चल रही है। प्रोडक्ट्स, प्रोसेस और प्रक्रियाओं के मानकीकरण को लेकर सभी तरह के आंतरिक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इस विलय प्रक्रिया के पूरा होने के बाद बैंक के कुल कारोबार का आकार 8.40 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। वहीं, इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक और सीइओ विलय के बाद गठित होने वाले बैंक के नए प्रमुख होंगे।
सरकार ने पिछले साल अगस्त में सार्वजनिक क्षेत्र के कई बैंकों के विलय का ऐलान किया था।