इनसे मिलें, ये हैं इंडियन कॉरपोरेट के छोटे 'नवाब', उम्र है 12-14 साल
सूट बूट पहने, टाई लगाए दो नन्हे बच्चों को अगर आप देखेंगे तो क्या कहेंगे? हो सकता है स्कूल में कोई फैशन शो में हिस्सा ले रहे हों या किसी पार्टी में पापा मम्मी के साथ आए हों, वगैरह-वगैरह। पर क्या आपके दिमाग में यह आएगा कि यह किसी कंपनी के मालिक हैं। नहीं ना? लेकिन यह सच है। वो कहते हैं ना कि प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होगी।
नई दिल्ली। सूट बूट पहने, टाई लगाए दो नन्हे बच्चों को अगर आप देखेंगे तो क्या कहेंगे? हो सकता है स्कूल में कोई फैशन शो में हिस्सा ले रहे हों या किसी पार्टी में पापा मम्मी के साथ आए हों, वगैरह-वगैरह। पर क्या आपके दिमाग में यह आएगा कि यह किसी कंपनी के मालिक हैं। नहीं ना? लेकिन यह सच है। वो कहते हैं ना कि प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होगी।
पढ़ें : भारतीय सीईओ दुनिया में सबसे ज्यादा आशावादी
चेन्नई के श्रवण कुमारन 14 साल और संजय कुमारन महज 12 साल के हैं, लेकिन इन्होंने अपनी प्रतिभा से बड़े-बड़ों को पीछे छोड़ दिया है। ये हैं हमारे देश के यंग सीईओ। इन्होंने अपना दफ्तर अपने बेडरूम में खोला हुआ है जहां वह अपना काम करत हैं। इन बच्चों ने दो साल पहले मोबाइल एप्लिकेशन बनानी शुरू की थी और आज वह 11 एप्लिकेशन बना चुके हैं। मजे की बात यह है कि ये सारी एप्लिकेशंस एप्पल के एप्प स्टोर और गूगल के एंड्रॉयड प्ले स्टोर में मौजूद हैं। इतना ही नहीं, इनकी एप्लिकेशंस को अब तक 35,000 लोगों ने डाउनलोड किया है। इनकी कंपनी का नाम है गो डायमेंशन जिसे मोबाइल पर काफी पसंद किया जा रहा है। उनकी पहली एप्लिकेशन थी 'कैच मी कॉप' जिसे उन्होंने पिछले साल जारी किया था।
पढ़ें : एप्पल के सीईओ का वेतन 99 फीसद घटा
संजय ने कहा कि एक बार अब्दुल कलाम हमारे स्कूल आए थे और उन्हें हमारी एप्लिकेशन बेहद पंसद आई थी। श्रवण नौवीं क्लास में हैं और संजय सातवीं क्लास में। इन दोनों भाइयों के पास आई पैड, आईफोन, मैक बुक प्रो, आईबीएम थिंक पैड और गैलेक्सी टैब है। एप्पल के को फाउंडर स्टीव जाब्स इन दोनों ही भाइयों के प्रेरक हैं। वे बिल गेट्स की टेक्निकल क्षमताओं और बिजनेस नालेज के कायल हैं। इन दोनों ने आईआईएम बेंगलुरू में अपनी प्रस्तुती भी पेश की थी। इन दोनों को उम्मीद है कि भारत में 50 फीसद स्मार्टफोन यूजर्स उनकी एप्लिकेशंस का इस्तेमाल करेंगे।
पढ़ें : भारी-भरकम सैलरी पड़ी सीईओ पर भारी
तो शुरू हुआ दो यंग सीईओ का सफरतीसरी क्लास में श्रवण के पिता ने उनको डेस्कटॉप दिया। श्रवण ने पीपीटी एप्लीकेशन के बारे में पढ़ा और समझा, उन दोनों को पीपीटी के बारे में स्कूल टीचर्स ने भी जानकारी दी। इसके बाद इनके पिता ने यूएस क्यू बेसिक सिखाया, जिससे कि प्रोग्रामिंग की जानकारी हो गई। इन दोनों का इरादा है कि गो डायमेंशन के जरिये नए डिजिटल वर्ल्ड का रास्ता खोलें।
दोनों से चीन, यूएस और कुछ इंडियन कंपनियों ने कांट्रेक्ट किया। अब यह दोनों ही महारथी क्यू बेसिक, जावा और एसएमएल एंड आब्जेक्टिव सी की जानकारी हासिल कर रहे हैं। आईपैड के लिए यहां अल्फाबेट बोर्ड हैं। प्रेयर प्लेनेट ईश्वर को याद करने के लिए बनाई गई एप्लीकेशन है।