Maruti Suzuki ने हाइब्रिड, CNG वाहनों पर टैक्स में छूट की मांग की
मालूम है कि जीएसटी परिषद ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैक्स की दर पिछले महीने 12 फीसद से घटाकर पांच फीसद कर दी।
नई दिल्ली, (पीटीआइ)। कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने इलेक्ट्रिक-वाहनों के साथ ही हाइब्रिड और सीएनजी कारों के लिए टैक्स में छूट की मांग की है। कंपनी ने कहा है कि इससे देश में आवागमन की कम प्रदूषणकारी प्रणालियों को बढ़ावा मिलेगा। कंपनी के चेयरमैन आर.सी.भार्गव ने कहा कि अभी टेक्नोलॉजी की लागत अधिक है। इसे देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों को व्यापक स्तर पर अपनाये जाने में अभी समय लगेगा। ऐसे में हाइब्रिड कारों और सीएनजी कारों को बढ़ावा देने की जरूरत है।
उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, 'निजी तौर पर मैं पर्यावरण-अनुकूल कारों को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का लाभ मिलते देखना चाहूंगा। सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों पर कर से छूट दे रही है लकिन यह लाभ हाइब्रिड कारों को मिलना चाहिए। सीएनजी वाहनों पर भी कर छूट मिलनी चाहिए।' हाइब्रिड कार 25 से 30 फीसद तक अधिक दक्ष हैं और कच्चा तेल आयात घटाने में मदद मिलेगी।
भार्गव ने कहा, 'औद्योगिक विकास में कच्चा तेल के आयात के कम किए जाने का लक्ष्य महत्वपूर्ण है। हाइब्रिड और सीएनजी वाहन इसमें मदद करेंगे। सरकार को इलेक्ट्रिक वाहनों को पूरी तरह से अपनाने से पहले हाइब्रिड और सीएनजी वाहन दोनों पर ध्यान देना चाहिए।' मालूम है कि जीएसटी परिषद ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर टैक्स की दर पिछले महीने 12 फीसद से घटाकर पांच फीसद कर दी। इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जरों पर भी टैक्स रेट 18 फीसद से घटाकर पांच फीसद कर दी गयी। हाइब्रिड और सीएनजी वाहनों पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है।
भार्गव ने कहा मारुति सुजुकी छोटे इलेक्ट्रिक वाहन पर काम कर रही है। इसे ओला और उबर जैसी कंपनियों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी सीएनजी वाहन पेश करना जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कारखाने से सीएनजी इंजन लगे वाहनों पर जोर देना चाहिए।