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मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में ग्रोथ के संकेत, 22 महीने की ऊंचाई पर पहुंचा पीएमआई

देश के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ अक्टूबर में 22 महीने के टॉप पर दर्ज की गई है।

By Surbhi JainEdited By: Published: Tue, 01 Nov 2016 02:09 PM (IST)Updated: Tue, 01 Nov 2016 02:16 PM (IST)

नई दिल्ली: देश के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ अक्टूबर में 22 महीने के टॉप पर दर्ज की गई है। निक्केई के मासिक सर्वे के मुताबिक आउटपुट, खरीदारी और नए ऑर्डर बढ़ने से मैन्यूफैक्चिरिंग एक्टिविटी में तेजी आई है। निक्केई मार्किट इंडिया मैन्यूफैक्चैरिंग पीएमआई (पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) अक्टूबर महीने में 54.4 अंक पर दर्ज किया गया है। सितंबर महीने में यह अंक 52.1 पर था। मैन्यूेफैक्चरिंग एक्टिविटी में आई तेजी से यह पता चलता है कि देश में बिजनेस की स्थिति बेहतर हो रही हैं।

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अर्थव्यवस्था में आ रही तेजी
आईएचएस मार्किट की इकोनॉमिस्ट पालियाना डे लीमा के मुताबिक अक्टूबर के मैन्यूफैक्चरिंग आंकड़ों से यह साफ पता चलता है कि भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी आ रही है। अक्टूबर महीने में मैन्यूफैक्चरिंग आउटपुट 46 माह में सबसे तेज और नए ऑर्डर 22 माह में सबसे तेजी से बढ़े हैं। पीएमआई में 50 से ऊपर का अंक मैन्यूफैक्चरिंग की बेहतर परफार्मेंस और एक्सईपेंशन को दर्शाता है।

लगातार 10वें महीने बढ़ा आउटपुट
निक्केई मार्किट सर्वे के मुताबिक, अक्टूबर महीने में लगातार 10वें महीने आउटपुट बढ़ा है। वहीं, आपको बता दें कि बीते चार वर्ष में आउटपुट बढ़ने की दर सबसे तेज है। सर्वे में शामिल किए गए लोगों के अनुसार नए ऑर्डर की मजबूत ग्रोथ के चलते मैन्यूफैक्चरिंग एक्टिविटी में यह तेजी आई है। लीमा का कहना है कि रिजर्व बैंक की ओर से रेट कट के चलते ग्रोथ में तेजी तो आई है, लेकिन इससे महंगाई बढ़ने की भी आशंका है।

घरेलू मार्केट के साथ निर्यात से बढ़ा नया बिजनेस
आईएचएस मार्किट की इकोनॉमिस्ट पालियाना डे लीमा का कहना है कि नए बिजनेस से सबसे ज्यादा लाभ घरेलू मार्केट से आ रहा है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि निर्यात कंपोनेट की भी सकारात्मक भूमिका है। सर्वे के अनुसार, कुल नए ऑर्डर में विदेशी ऑर्डर का योगदान बढ़ा है, लेकिन विदेश से नए बिजनेस की ग्रोथ रेट तीन माह के निचले स्तर पर है।


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