दिसंबर में सुस्त पड़ी मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ, PMI घटकर 53.2 पर
निक्केई का मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स दिसंबर महीने में गिरकर 53.2 के स्तर पर पहुंच गया
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वर्ष 2018 के दिसंबर महीने में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में सुस्ती देखने को मिली है। कारखानों की ओर से कीमतों में कटौती के बावजूद दिसंबर महीने में नए ऑर्डर्स और आउटपुट में कमी देखने को मिली है। यह जानकारी बुधवार को एक निजी सर्वेक्षण के जरिए सामने आई है।
निक्केई का मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स जो कि आईएचएस मार्किट की ओर से तैयार किया जाता है वो दिसंबर महीने में गिरकर 53.2 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि नवंबर महीने में यह 54 के स्तर पर रहा था। जानकारी के लिए आपको बता दें कि पीएमआई में 50 से ऊपर का स्तर विस्तार और इससे नीचे का स्तर संकुचन की स्थिति को दर्शाता है। वर्ष 2012 के बाद से यह लगातार 17वां मौका है जब तिमाही आधार पर मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटीज ने मजबूत प्रदर्शन किया है।
इस लेख की लेखिका और आईएचएस मार्किट की प्रमुख अर्थशास्त्री पालियामा डि लीमा ने बताया, "मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई बताता है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर 2018 की समाप्ति पर ऊंचे स्तर पर रहा है, मजबूत ग्रोथ के साथ जैसा कि वर्ष की शुरुआत में देखा गया। बिक्री से साथ साथ उत्पादन में मजबूती जारी रही। भारतीय उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मांग बढ़ रही है, जिससे भारतीय कंपनियों को लाभ हो रहा है।"