दूसरी छमाही में देश की GDP के 7 फीसद होने की संभावना: चंदा कोचर
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने अनुमान लगाया है कि जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसद और चालू वित्त वर्ष में जो कि 31 मार्च को खत्म होने वाला है में जीवीए 6.1 फीसद रहेगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टर्स में सुधार देखने को मिल रहा है। ऐसे में चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में सात फीसद की ग्रोथ देखने को मिल सकती है। यह बात शीर्ष बैंकर चंदा कोचर ने कही है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सालाना बैठक का संबोंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वैश्विक लीडर्स करेंगे। इस दौरान आईसीआईसीआई बैंक के प्रमुख ने कहा है कि वर्ष 2017-18 के लिए राजकोषीय जीडीपी वृद्धि 6.5 फीसद से अधिक होनी चाहिए।
कोचर ने कहा कि आसपास चीजें बहुत तेजी से बदल रही हैं और कई सेक्टर्स में बड़े पैमाने पर सुधार देखने को मिल रहा है। धीमी ग्रोथ रेट की चिंताओं को दरकिनार करते हुए कोचर ने कहा कि केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने अनुमान लगाया है कि जीडीपी ग्रोथ 6.5 फीसद और चालू वित्त वर्ष में जो कि 31 मार्च को खत्म होने वाला है में ग्रॉस वैल्यू एड (जीवीए) 6.1 फीसद रहेगा।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान जीडीपी ग्रोथ छह फीसद रही थी, यह ग्रोथ में तेज सकारात्मक गति का संकेत देता है जिसके दूसरी छमाही में सात फीसद रहने की उम्मीद है। उच्च आवृत्ति सूचकांक पहले से सुधार के संकेत दे रहा है।
कोचर ने बताया कि उपभोग के जुड़े सेक्टर्स में आईआईपी डेटा में कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स, पर्सनल लोन ग्रोथ, डोमेस्टिक पैसेंजर ट्रैफिक, ऑटोमोबाइल सेल्स और टू व्हीलर की बिक्री में अनुकूल ट्रैंड देखने को मिल रहा है। हाल के ही कुछ महीनों में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई और आईआईपी के आंकड़ों में इंडस्ट्रियल सेक्टर में ग्रोथ के संकेत दिये हैं।