तिमाही नतीजों के बाद टूटा इंफोसिस का शेयर, जानिए रिजल्ट्स से जुड़ी 5 बड़ी बातें,
जानिए इंफोसिस के नतीजों से जुड़ी पांच बड़ी बातें जो आपके लिए जानना जरूरी हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने आज अपने तिमाही नतीजे जारी किए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का कंसॉलिटेडेट नेट प्रॉफिट 2.83 फीसद की गिरावट के साथ 3603 करोड़ रुपए रहा है। वहीं कंपनी की आय तिमाही आधार पर 0.89 फीसद गिरकर 17120 करोड़ रुपए रही है। रेवेन्यु, प्रॉफिट, ऑपरेटिंग मार्जिन से इतर इस रिपोर्ट में हम आपको इंफोसिस के नतीजों से जुड़ी पांच बड़ी बातें बता रहे हैं, जो आपके लिए जानना जरूरी हैं।
शेयरधारकों को 13000 करोड़ रुपए देने का फैसला
इंफोसिस के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2018 में शेयरधारकों को 2 बिलियन डॉलर (13000 करोड़ रुपए का पे-आउट देने का फैसला लिया है। इसका सीधा मतलब यह हुआ की इंफोसिस के शेयर होल्डर्स को कंपनी की तरफ से लाभांश और बायबैक की पेशकश की जाएगी। कंपनी के बोर्ड ने शेयरधारकों को 14.75 रुपए प्रति शेयर लाभांश देने की घोषणा की है। गौरतलब है कि इससे पहले टीसीएस और एचसीएल भी बायबैक का ऐलान कर चुके हैं।
क्या कहा विशाल सिक्का ने
कंपनी के सीईओ विशाल सिक्का का तिमाही नतीजों पर यह कहना है कि अप्रत्याशित अनुपालन चुनौतियां और तिमाहियों के दौरान आने वाले अड़चनों के कारण हमारा कुल प्रदर्शन प्रभावित रहा है। विशाल सिक्का ने भी कहा है 15 वर्षों में हमारे क्षेत्र में वीजा की भूमिका काफी अहम हो गई है। हमें अपने मूल्यों को क्लाइंट्स तक पहुंचाना है। हमें वीजा से जुड़ी दिक्कतों के साथ एडजस्ट करना होगा।
साथ ही हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2020 तक रेवेन्यु ग्रोथ को 20 बिलियन करना है। मौजूदा समय में रेवेन्यु प्रति कर्मचारी एक लाख अमेरिकी डॉलर है। हमारा ध्यान ऑटोमेशन और सोफ्टवेयर दोनों पर होगा।
तिमाही नतीजों का इंफोसिस लिमिटेड का शेयर टूटा
इंफोसिस के चौथी तिमाही के नतीजों के बाद करीब 11.30 बजे एनएसई परकंपनी का शेयर 2.27 फीसद की कमजोरी के साथ 946.90 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसन दिन का उच्चतम 990 और निम्नतम 941 का स्तर छुआ है। वहीं, 52 हफ्तों का उच्चतम 1279 का स्तर और निम्नतम 901 का स्तर रहा है।
रवि वैंकेटेसन को को-चेयरमैन नियुक्त किया
जनवरी से मार्च तिमाही नतीजों के बाद इंफोसिस ने कंपनी के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर रवि वैंकेटेसन को को-चेयरमैन के तौर पर नियुक्त किया है।
निवेश की सलाह
वी एम फाइनेंनशियल के फंड मैनेजर विवेक मित्तल के मुताबिक इंफोसिस के नतीजे अनुमान के मुताबिक ही रहे हैं। नतीजों के बाद शेयर में आई गिरावट अनुमानित थी। लेकिन मौजूदा स्तर से इंफोसिस में खरीदारी का अच्छा मौका है। विवेक के मुताबिक कंपनी की गाइडेंस रुपए के मौजूदा स्तर को ध्यान में रखकर है ऐसे में रुपया अगर थोड़ा सा भी कमजोर होता है तो कंपनी गाइडेंस को बढ़ा देगी। जो शेयर के लिहाज से सकारात्मक होगा।