विमानों के रूट पर पाकिस्तान आज लगा सकता है बैन, दोनों मुल्कों पर ये होंगे असर
पाकिस्तान अगर फिर से अपना एयरस्पेस भारत के लिए बंद करता है तो भारतीय विमानों के लिए हवाई दूरी बढ़ जाएगी जिससे समय और ईंधन दोनों का नुकसान होगा।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 3 सितंबर को कैबिनेट की बैठक करेंगे। कहा जा रहा है कि इस बैठक में वे पाकिस्तानी एयरस्पेस को भारतीय विमान सेवाओं के लिए बंद करने का फैसला ले सकते हैं। अभी डेढ़ महीने ही हुए हैं, जब पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस भारत के लिए फिर से खोला था। बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद 138 दिनों तक पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस भारत के लिए बंद किया हुआ था। पाकिस्तान भले ही सोचता हो कि एयस्पेस बंद करके वह भारतीय विमानन कंपनियों और इकोनॉमी को नुकसान पहुंचा रहा है, लेकिन ऐसा करके वह अपने पैरों पर भी कुल्हाड़ी मारता है। निश्चित ही एयरस्पेस बंद हो जाने से भारतीय विमानन कंपनियों को नुकसान होता है, लेकिन कर्ज के बोझ तले दबा पाकिस्तान ओवरफ्लाइंग चार्ज से मिल रही करोड़ों की इनकम से भी वंचित हो जाता है।
भारत की 400 उड़ानों पर पड़ेगा प्रभाव
भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए एयरस्ट्राइक के बाद पाक एयरस्पेस बंद होने का असर 400भारतीय उड़ानों पर पड़ा था। इस बैन के कारण भारत के अधिकतर विमानों को ओमान के रास्ते अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरनी पड़ी थी। इसके कारण ईरान कॉरिडोर में सौ से ज्यादा उड़ानें बढ़ गई थीं, जबकि यह कॉरिडोर पहले से ही व्यस्त है। इस बार भी अगर पाकिस्तान अपना एयरस्पेस भारत के लिए बंद करने का फैसला लेता है, तो इन यह दिक्कत एक बार फिर आएगी।
बढ़ जाएगी हवाई दूरी
पाकिस्तान अगर फिर से अपना एयरस्पेस भारत के लिए बंद करता है, तो भारतीय विमानों के लिए हवाई दूरी बढ़ जाएगी, जिससे समय और ईंधन दोनों का नुकसान होगा। एयरस्पेस बंद होने से भारतीय विमानों को मुंबई-अरब सागर-मस्कट-खाड़ी या कोई दूसरा रूट लेना पड़ेगा। लंबे रूट के कारण विमानों को ईंधन भरवाने के लिए स्टॉपेज भी बढ़ाने पड़ेंगे। पिछली बार भारतीय एयरलाइंस के ओमान रूट से उड़ान भरने वाले विमानों के लिए लंदन से सिंगापुर के बीच की दूरी 451 किमी बढ़ गई थी। कई बार तो विमानन कंपनियां ऐसी परिस्थिति में कुछ रूट्स पर उड़ानें भी बंद कर देती हैं। एयरस्पेस बंद होने पर इस बार भी स्थितियां ऐसी ही होंगी।
यात्रा का समय बढ़ने के साथ किराये पर भी हो सकता है असर
पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद होने के बाद यूरोप, अमेरिका और गल्फ क्षेत्र वाली भारतीय उड़ानों को लंबा रूट लेना पड़ेगा। लंबे रूट से यात्रा का समय बढ़ जाएगा। भारत से अमेरिका की हवाई यात्रा की बात करें, तो इसका समय करीब 3 घंटे तक बढ़ जाएगा। लंबे रूट के कारण सिर्फ ज्यादा ईंधन की ही नहीं, बल्कि अतिरिक्त क्रू और अतिरिक्त पायलट्स की भी आवश्यकता होती है। इससे एयरलाइंस का ऑपरेशन कॉस्ट बढ़ जाती है जिसका असर किराये पर भी पड़ सकता है।
एयर इंडिया को हुआ था 560 करोड़ का नुकसान
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान द्वारा भारत के लिए एयर स्पेस बंद करने पर सबसे ज्यादा नुकसान एयर इंडिया को उठाना पड़ा था। तब एयर इंडिया को अपनी उड़ानों के लिए 560 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़े थे। वहीं, स्पाइसजेट, गोएयर और इंडिगो को 60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
पाकिस्तान को हुआ था 360 करोड़ का नुकसान
बालाकोट एयरस्ट्राइक के समय पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद करने पर उसे करीब 360 करोड़ रुपये के ओवरफ्लाइंग चार्ज से हाथ धोना पड़ा था। कर्ज में बुरी तरह डूबे पाकिस्तान के लिए यह रकम बहुत मायने रखती है। अगर इस बार भी वह एयरस्पेस भारत के लिए बंद करता है, तो उसे ओवरफ्लाइंग चार्जेज के रूप में बड़ी रकम से हाथ धोना पड़ेगा।