जेट एयरवेज कर्ज भुगतान में कर सकती है देरी, खड़े किए 4 और विमान
एयरलाइन्स का कहना है कि वो वित्तीय बाधाओं के कारण अपने डिबेंचर होल्डर्स को ब्याज भुगतान करने में देरी करेगी
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। नकदी संकट का सामना कर रही जेट एयरवेज ने चार और विमानों को सेवा से हटा लिया है। कंपनी अब कर्ज के भुगतान में भी देरी कर सकती है। जेट एयरवेज पर कुल एक अरब डॉलर से अधिक का कर्ज है।
देश की दूसरी बड़ी विमानन कंपनी अपने कर्मचारियों की सैलरी का समय पर भुगतान नहीं कर पा रही है। साथ ही यह अपने आपूर्तिकर्ताओं और पट्टे का भुगतान भी कई महीनों से नहीं कर पा रही है। साथ ही उसने अपने कई लोन पर डिफॉल्ट भी कर दिया है। फिलहाल कंपनी गलाकाट प्रतिस्पर्धा, कमजोर रुपये और बढ़ती फ्यूल लागत के संकट से जूझ रही है।
एयरलाइन्स का कहना है कि वो वित्तीय बाधाओं के कारण अपने डिबेंचर होल्डर्स को ब्याज भुगतान करने में देरी करेगी, जिसकी ड्यू डेट 19 मार्च है। पेमेंट संबंधी डिटेल के बार में रॉयटर्स की ओर से पूछे गए सवाल पर जेट ने तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस बीच कंपनी ने सोमवार को अपने चार और विमानों को खड़ा कर दिया। इसके साथ ही कंपनी के परिचालन के बाहर होने वाले विमानों की संख्या 41 हो गई है, जो कि इसके बाड़े के एक तिहाई संख्या से ज्यादा है।
जेट एयरवेज ने अबू धाबी से अपनी सभी उड़ानें कीं बंद: जेट एयरवेज ने सोमवार से ही अबू धाबी एयरपोर्ट से अपनी सारी उड़ानें अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी हैं। विमानन कंपनी की ओर से इसकी वजह ऑपरेशनल बताई गई है। अबू धाबी जेट एयरवेज के लिए दो प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हब में से एक है। यूरोप और इसके अलावा अन्य उड़ानों के लिए डच कैपिटल एम्स्टर्डम एयरलाइन के लिए यूरोपियन गेटवे है।
एतिहाद एयरपोर्ट सर्विस की ओर से यात्रियों के लिए जारी किए गए नोटिफिकेशन में कहा गया, "जेट एयरवेज ने तत्काल प्रभाव से अबू धाबी से अपनी सभी उड़ानों को 18 मार्च से ही ऑपरेशनल कारणों के चलते रद्द कर दिया है।" एतिहाद एयरपोर्ट सर्विस जेट एयरवेज की निवेश साझेदार एतिहाद एयरवेज की ग्राउंड हैंडलिंग इकाई है। अबू धाबी एयरपोर्ट यूएई के राष्ट्रीय वाहक के लिए मुख्य हब माना जाता है।