इंडिगो की वेब चेक-इन पर सफाई, एयरलाइन ने कहा- सभी सीटों पर नहीं लगेगा चार्ज
एयरलाइंस ने कहा कि वेब चेक-इन प्रैक्टिस में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इंडिगो की ओर से वेब चेक-इन पर शुल्क वसूलने और सोशल मीडिया पर आलोचना और सरकार की ओर से इस पर समीक्षा किए जाने की खबर के बाद एयरलाइन कंपनी ने समोवार दोपहर इस पर सफाई दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइंस ने कहा कि वेब चेक-इन प्रैक्टिस में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बता दें कि इंडिगो की ओर से वेब चेक-इन पर शुल्क वसूलने की खबरों के बाद सोशल मीडिया पर इसकी काफी आलोचना हुई थी। जिसके बाद खबरों पर संज्ञान लेते हुए सरकार ने इसकी समीक्षा करने की बात कही थी।
नागर मंत्रालय की ओर से सोमवार को कहा गया कि हमें ऐसी खबर मिली है कि इंडिगो वेब चेक-इन पर सभी सीटों के लिए शुल्क वसूल रही है। मंत्रालय की ओर से ट्वीट में कहा गया, "हम इसकी समीक्षा करेंगे कि यह अलग-अलग सेवाओं के लिए कीमत निर्धारण करने की मौजूदा व्यवस्था के अनुरूप है या नहीं।"
अपनी सफाई में इंडिगो ने कहा, "हम एक बार फिर से यह साफ करना देना चाहते हैं कि इंडिगो के ग्राहकों के लिए यह अनिवार्य नहीं है कि वह सीट के लिए पैसे चुकाएं। यह केवल एडवांस सिलेक्शन वाली सीटों के लिए है। जब ग्राहक एयरपोर्ट पर चेक-इन करेंगे तो उन्हें मुफ्त में सीट दी जाएगी।"
इंडिगो की पसंदीदा सीट के लिए शुल्क 100 रुपये से शुरू होकर 800 रुपये तक है। एयरलाइन ने कहा है कि कुछ सीटें ऐसी होंगी जिनकी उपलब्धता बाजार डायनामिक्स पर निर्भर करती हैं और यह मुफ्त में मिल सकती हैं। इसके अलावा कुछ सीटें ऐसी होंगी जो फ्लाइट के उड़ान से पहले एक निश्चित समय के लिए उपलब्ध होंगी।
इंडिगो ने कहा है कि यात्री हमेशा एयरपोर्ट पर चेक-इन के बाद या काउंटर से सीट हासिल करते हैं, हालांकि इसकी गारंटी नहीं है कि उन्हें अपनी पसंद की सीट मिले। एयरलाइन ने आगे कहा कि एडवांस सीट बुकिंग में यात्री एक्स्ट्रा लेगरूम या फिर किसी यात्री के साथ यात्रा करना चाहते हैं।
बताया जा रहा है कि कंपनी का यह कदम राजस्व में वृद्धि के लिए उठाया गया है। हाल ही में आए सितंबर तिमाही के रिपोर्ट में इंडिगो, स्पाइसजेट और जेट एयरवेज की वित्तीय स्थिति काफी खराब बताई गई थी। तेल के बढ़ते दाम और रुपये में गिरावट की वजह से सितंबर तिमाही के अंत में इंडिगो को 6.51 अरब रुपये का नुकसान हुआ था।