भारतीय रुपए के लिए कैसा रहेगा साल 2018, एक्सपर्ट से समझिए
अगर ओवरऑल देखें तो साल 2018 रुपए के लिहाज से एक बेहतर साल होगा, पूरे साल के दौरान रुपया मजबूत ही रहेगा
नई दिल्ली (प्रवीण द्विवेदी)। भारतीय रुपए ने साल 2018 की शुरुआत मजबूती के साथ की है। नए साल के पहले कारोबारी सत्र में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 5 पैसे की मजबूती के साथ 63.82 पर खुला। दिन के कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 63.65 के स्तर पर पहुंच गया, जो कि अगस्त 2017 के बाद का सबसे बेहतर स्तर है। करीब 12 बजकर 11 मिनट के आस पास भारतीय रुपया 63.66 पर कारोबार करता देखा गया। वहीं दोपहर के 2 बजे भी भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 63.66 पर कारोबार करता देखा गया।
रुपए के लिए कैसा रहेगा 2018:
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि अगर ओवरऑल देखें तो साल 2018 रुपए के लिए बेहतर है और रुपया इस साल मजबूती ही दिखाएगा। हालांकि इस साल की पहली तिमाही रुपए के लिए थोड़ी चुनौतीपूर्ण है। इसके कई कारण हैं। पहला कारण यह है कि अमेरिका में हाल ही में इंटरेस्ट रेट में इजाफा किया गया है, जिसका असर साल 2018 में भी दिखाई देगा। अमेरिकी फेड रिजर्व का यह कदम डॉलर को मजबूती देगा जिससे रुपया थोड़ा कमजोर हो सकता है। वहीं दूसरी तरफ डोमेस्टिक फंडामेंटल कमजोर है। फरवरी में बजट आना है इसलिए लोग प्रॉफिट बुकिंग का रुख कर सकते हैं, यह भी रुपए को थोड़ा कमजोर कर सकता है। इसके अलावा सरकार की हालिया उधारी भी रुपए की स्थिति में परिवर्तन ला सकती है। क्योंकि सरकार की अतिरिक्त उधारी बाजार में चिंताएं बढ़ा सकती है जिससे रुपया कमजोर हो सकता है। इसके अलावा हाल ही में एक्सपोर्ट के डेटा थोड़े खराब आए हैं, ऐसे में सरकार को इसे सुधारने के लिए रुपए को थोड़ा गिराना होगा। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि साल 2018 की पहली तिमाही में रुपया डॉलर के मुकाबले 64.80 से 65 के स्तर तक जा सकता है। वहीं दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान रुपए में स्टेबलाइजेशन देखने को मिल सकता है। इस दौरान यह डॉलर के मुकाबले 64.30 से 64.50 तक जा सकता है। वहीं सरकार की ओर से अगले साल के इलेक्शन को देखते हुए जो भी प्रयास किए जाएंगे उसके नतीजे आखिरी तिमाही में दिखने लगेंगे और रुपया फिर से मजबूत होगा। रुपया आखिरी तिमाही में 62.80 से 63 के आस पास कारोबार करता हुआ देखा जा सकता है। आमतौर पर साल की आखिरी तिमाही रुपए के लिए मजबूत माना जाती है।
जानिए रुपए की मजबूती से आम आदमी को कौन से 4 बड़े फायदे होंगे.....
सस्ता होगा विदेश घूमना: रुपए के मजबूत होने से वो लोग खुश हो सकते हैं जिन्हें विदेश की सैर करना काफी भाता है। क्योंकि अब रुपए के मजबूत होने से आपको हवाई किराए के लिए पहले के मुकाबले थोड़े कम पैसे खर्च करने होंगे। फर्ज कीजिए अगर आप न्यूयॉर्क की हवाई सैर के लिए 3000 डॉलर की टिकट भारत में खरीद रहे हैं तो अब आपको कम भारतीय रुपए खर्च करने होंगे।
विदेश में बच्चों की पढ़ाई होगी सस्ती: अगर आपके बच्चे विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं तो रुपए का मजबूत होना आपके लिए एक अच्छी खबर है। क्योंकि अब आपको पहले के मुकाबले थोड़े कम पैसे भेजने होंगे। मान लीजिए अगर आपका बच्चा अमेरिका में पढ़ाई कर रहा है, तो अभी तक आपको डॉलर के हिसाब से ही भारतीय रुपए भेजने पड़ते थे। यानी अगर डॉलर मजबूत है तो आप ज्यादा रुपए भेजते थे, लेकिन अब आपको डॉलर के कमजोर (रुपए के मजबूत) होने से कम रुपए भेजने होंगे। तो इस तरह से विदेश में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई भारतीय अभिभावकों को राहत दे सकती है।
क्रूड ऑयल होगा सस्ता तो थमेगी महंगाई: डॉलर के कमजोर होने से क्रूड ऑयल सस्ता हो सकता है। यानी जो देश कच्चे तेल का आयात करते हैं, उन्हें अब पहले के मुकाबले (डॉलर के मुकाबले) कम रुपए खर्च करने होंगे। भारत जैसे देश के लिहाज से देखा जाए तो अगर क्रूड आयल सस्ता होगा तो सीधे तौर पर महंगाई थमने की संभावना बढ़ेगी। आम उपभोक्ताओं के खाने-पीने और अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति परिवहन माध्यम से की जाती है, इसलिए महंगाई थम सकती है।
डॉलर में होने वाले सभी पेमेंट सस्ते हो जाएंगे: वहीं अगर डॉलर कमजोर होता है तो डॉलर के मुकाबले भारत जिन भी मदों में पेमेंट करता है वह भी सस्ता हो जाएगा। यानी यह भी भारत के लिए एक राहत भरी खबर है।