सरकार ने औद्योगिक उत्पादन के जारी किए आंशिक आंकड़े, अप्रैल की तुलना में मई महीने में हुई बढ़ोत्तरी
खनन मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक मई 2020 महीने के लिए क्रमश 87.0 82.4 और 149.6 पर रहे हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश के औद्योगिक उत्पादन में अप्रैल महीने की तुलना में मई महीने में इजाफा हुआ है। देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) मई महीने में 88.4 पर रहा है। यह अप्रैल महीने में 53.6 पर था। यह दर्शाता है कि लॉकडाउन में ढील के चलते मई महीने में औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आई है। खनन, मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक मई 2020 महीने के लिए क्रमश: 87.0, 82.4, और 149.6 पर रहे हैं। सरकार ने कोरोना वायरस प्रकोप व लॉकडाउन के चलते लगातार दूसरे महीने मई के औद्योगिक उत्पादन के आंशिक आंकड़े ही जारी किए हैं।
सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने शुक्रवार को औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के त्वरित अनुमान जारी किए है। इन आंकड़ों में बताया गया है कि उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार, मई 2020 महीने में प्राथमिक सामानों के लिए सूचकांक 105.5 पर रहा है। वहीं, पूंजीगत वस्तुओं के लिए सूचकांक 37.1 पर, मध्यवर्ती समानों के लिए 77.6 पर और इंफ्रास्ट्रक्चर या निर्माण सामग्री के लिए सूचकांक 84.1 पर रहा है। इसके अलावा कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के लिए सूचकांक मई महीने में 42.2 पर और कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स के लिए 132.3 पर रहा है।
मई महीने के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आकंडों की तुलना एक साल पहली की समान अवधि से करें, तो हम पाते हैं कि मई 2020 में खनन क्षेत्र का आईआईपी 87 रहा है, जो मई 2019 में 110.1 था। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का आईआईपी मई 2020 में 82.4 रहा है, जो मई 2019 में 135.8 रहा था। वहीं, इलेक्ट्रिसिटी का आईआईपी मई 2020 में 149.6 रहा है। यह मई 2019 में 176.9 रहा है। इसी तरह सामान्य आईआईपी की बात करें तो यह मई 2020 में 88.4 रहा है, जो मई 2019 में 135.4 रहा था।
Index of Industrial Production (IIP) for May 2020: Use-Based Classification pic.twitter.com/wXgSZcwKhU— Ministry of Statistics & Programme Implementation (@GoIStats) July 10, 2020
इस तरह कहा जा सकता है कि देश के औद्योगिक उत्पादन में मई महीने में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में गिरावट है। इस गिरावट के पीछे सीधा कारण कोरोना वायरस संक्रमण और इसे रोकने के लिए लगाया गया लॉकडाउन है।