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India Post Payments Bank: पहली सालगिरह पर की आधार आधारित पेमेंट सर्विसेज की शुरुआत, बनाए एक करोड़ ग्राहक

एईपीएस सर्विसेज के तहत किसी भी बैंक का खाता धारक नकदी की निकासी और बैलेंस इंक्वायरी कर सकता है। इसके लिए बैंक खाते का आधार से जुड़ा होना जरूरी है।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Mon, 09 Sep 2019 03:39 PM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 08:21 AM (IST)
India Post Payments Bank: पहली सालगिरह पर की आधार आधारित पेमेंट सर्विसेज की शुरुआत, बनाए एक करोड़ ग्राहक
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) की आधार आधारित पेमेंट सिस्टम सर्विसेज (एईपीएस) की शुरुआत की सोमवार को घोषणा की। आईपीपीबी के परिचालन के एक साल पूरा होने पर उन्होंने इस सौगात की घोषणा की। एईपीएस सर्विसेज की शुरुआत के साथ आईपीपीबी किसी भी बैंक के ग्राहक को इंटरऑपरेबल बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने वाला देश का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन गया है। भारतीय डाक के व्यापक नेटवर्क के कारण ऐसा मुमकिन हो सका है।

यहां जारी एक प्रेस रिलीज के मुताबिक आईपीपीबी के शानदार नेटवर्क को एनपीसीआई के टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म का साथ मिला है। इसकी मदद से आईपीपीबी देश के सुदूर इलाकों के लोगों को बैंकिग सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।

एईपीएस सर्विसेज के तहत किसी भी बैंक का खाता धारक नकदी की निकासी और बैलेंस इंक्वायरी कर सकता है। इसके लिए बैंक खाते का आधार से जुड़ा होना जरूरी है।

एईपीएस सर्विसेज से किसे और कैसे मिलेगा लाभ
एईपीएस सर्विसेज के तहत किसी भी बैंक का खाता धारक नकदी की निकासी एवं बैलेंस इंक्वायरी कर सकता है। इसके लिए बैंक खाते का आधार से जुड़ा होना जरूरी है। इस सेवा का लाभ लेने के लिए आपको फिंगरप्रिंट के जरिए इस बात की पुष्टि करनी होगी कि आधार से जुड़ा बैंक खाता आपका ही है। इसके बाद आप लेनदेन कर सकेंगे।

रिलीज के मुताबिक इस सर्विसेज के लिए काफी महंगे इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं होगी और सुदूर इलाकों तक लोगों को इससे लाभ मिलेगा। इसे सही मायनों में वित्तीय समावेश करने वाली व्यवस्था बताया जा रहा है।

प्रसाद ने एईपीएस सेवाओं की शुरुआत के मौके पर कहा, 'दुनिया में लोगों को बैंकिंग क्षेत्र से जोड़ने वाले सबसे बड़े कार्यक्रम प्रधानमंत्री जनधन योजना से करोड़ों लोग अर्थव्यवस्था की मुख्य धारा से जुड़े। देश में कुल मिलाकर 34 करोड़ जनधन खाते खोले गए हैं। इनमें से 22 करोड़ खाताधारक ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले हैं। अब आईपीपीबी की इस पहल से ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली इस आबादी को भी घर पर एईपीएस सेवाओं का लाभ मिल सकेगा, चाहे वे किसी भी बैंक के खाताधारक हों।' मंत्री ने इस पहल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने वाला बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल सितंबर में आईपीपीबी की शुरुआत के मौके पर कहा था कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की शुरुआत होने के बाद डाकिया डाक लाएगा और डाकिया आपके घर पर बैंक भी लाएगा। डाकिया डाक के साथ बैंक की सभी सुविधाएं आपके घर पर ही लेकर आएगा। उन्होंने कहा था कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के जरिए देश में बैंकिंग का नया दौर शुरू हुआ है।

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