भारत-न्यूजीलैंड के बीच कृषि मामलों को लेकर हुई द्विपक्षीय बैठक, विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा
जब न्यूजीलैंड के कृषि मंत्री ने कृषि क्षेत्र में नवाचार लाने पर बल देते हुए कहा कि मैं खुद एक किसान हूं तो भारतीय मंत्री कैलाश चौधरी ने भी कहा कि मैंने तो खेत में हल भी चलाया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। न्यूजीलैंड के कृषि एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री डेमियन ओ'कॉनर अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत दौरे पर हैं। बुधवार को कृषि भवन में उनकी भारत के कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई। इसमें देशों के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य शामिल हुए। इस दौरान भारत-न्यूजीलैंड के बीच कृषि, बागवानी, पशुपालन और मछलीपालन के क्षेत्रों में साझा सहयोग पर चर्चा हुई और कई समझौतों पर सहमति बनी।
भारत की ओर से न्यूजीलैंड को अंगूर एवं आम का निर्यात करने और वहां से कीवी एवं बैरी फलों का आयात करने को लेकर दोनों मंत्रियों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई। बैठक में चर्चा के दौरान जब न्यूजीलैंड के कृषि मंत्री ओ'कॉनर ने कृषि क्षेत्र में नवाचार लाने पर बल देते हुए कहा कि मैं खुद एक किसान हूं तो भारतीय मंत्री कैलाश चौधरी ने भी मुस्कराते हुए कहा कि मैंने तो खेत में हल भी चलाया है। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने महात्मा गांधी के सम्मान में उनकी 150वीं वर्षगांठ मनाने और डाक टिकट जारी करने के लिए न्यूजीलैंड सरकार का आभार भी व्यक्त किया।
इस दौरान कृषि क्षेत्र में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर साझा पाठ्यक्रम कार्यक्रम शुरू करने पर सहमति बनी। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों देशो के बीच व्यापार में सकारात्मक प्रगति हो रही है। चौधरी ने कहा कि कृषि, पशुपालन, शिक्षा और पर्यटन ने हमारी आर्थिक और वाणिज्यिक भागीदारी को गति प्रदान की है।
चौधरी ने कहा कि न्यूजीलैंड उच्च गुणवत्ता वाले शहद उत्पादन के लिए जाना जाता है, इसलिए भारत अपने राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन में न्यूजीलैंड से सहयोग लेकर अपने किसानों की आमदनी बढाने के क्षेत्र में तेजी से काम करेगा।