आने वाले महीनों में कम होगी महंगाई दर: इंडिया इंक
अक्टूबर महीने के दौरान महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को राहत नहीं मिली है लेकिन इंडिया इंक का मानना है कि जल्द ही महंगाई में नरमी आएगी
नई दिल्ली (जेएनएन)। इंडिया इंक का कहना है कि थोक महंगाई जो कि अक्टूबर महीने में 3.59 फीसद के स्तर पर पहुंच गई है, में आने वाले महीनों में थोड़ी नरमी देखने को मिलेगी। प्याज और सब्जियों के साथ-साथ खाद्य वस्तुओं की बढ़ी कीमतों के कारण थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई अक्टूबर में 3.59 फीसद के साथ छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
फिक्की के अध्यक्ष पंकज पटेल ने बताया कि सब्जियों के साथ-साथ खाने पीने की चीजों की कीमतों में हुए इजाफे ने इस सूचकांक आधारित महंगाई दर पर दबाव डाला है। उन्होंने कहा, “हालांकि ऐसा प्रतिकूल मौसम की वजह से है और आने वाले महीनों में इसमें थोड़ी नरमी दिखनी चाहिए।” चैंबर्स का मानना है कि मौजूदा परिदृश्य को देखते हुए आरबीआई की ओर से महंगाई को लक्षित करना सही दृष्टिकोण नहीं माना जा सकता है।
पटेल ने आगे कहा, “देश का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर सुधार के संकेत दे रहा है और सभी नीतियों के मद्देनजर सुधार को समर्थन करने के लिए यह महत्वपूर्ण है। उच्च वास्तविक ब्याज दरें उद्योग के लिए एक मुश्किल चुनौती हैं।” पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अनिल खेतान ने उम्मीद जताई है कि मौजूदा वित्त वर्ष में औसत महंगाई दर 4 फीसद रह सकती है।
महंगाई के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुए एसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने सुझाया कि नीति नियंताओं (नीतियां बनाने वाले) को उन मुद्दों पर सही स्तर पर कार्यवाही करनी चाहिए जिनसे फिलहाल उद्योग जूझ रहा है जैसे कि बढ़ती ब्याज दरें और सीमित निवेश क्षमता।