पीएनबी घोटाला: अब लोन डिफॉल्टर्स को विदेश भागने से रोकने की हो रही है तैयारी
पीएनबी स्कैम के बाद अब लोन डिफॉल्टर्स के खिलाफ कार्यवाही के लिए सरकार ने थोड़ी तेजी दिखाना शुरू कर दिया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत सरकार अब ऐसे व्यापारियों के पर कतरने की शुरूआत करने जा रही है जिनके देश छोड़कर भागने की संभावनाएं हैं। देश की सबसे बड़ी बैंकिंग धोखाधड़ी की जांच के शुरू होने के कुछ सप्ताह बाद, सांसदों, नौकरशाहों और अदालत ने सख्त नियमों का एक मसौदा तैयार करना शुरू कर दिया है, ताकि ऐसे लोगों को विदेश भागने से रोका जा सके जिन पर किसी बैंक का लोन बकाया है।
मुंबई की एक अदालत ने पिछले हफ्ते कर्ज में डूबी एयरसेल लिमिटेड के शीर्ष अधिकारियों को देश न छोड़ने का आदेश दिया था। आपको बता दें कि एयरसेल मलेशिया के अरबपति टी आनंद कृष्णन के स्वामित्व वाली कंपनी है। ठीक उसी दिन संसद ने भगौड़े आर्थिक अपराधियों की संपत्ति जब्त करने के लिए एक विधेयक पर विचार-विमर्श करना शुरू किया। वहीं अधिकारियों ने ऐसे 91 लोगों की एक सूची तैयार की है जो कि विलफुल डिफॉल्टर्स हैं और उन्होंने सक्षम होने के बावजूद लोन चुकाने से मना कर दिया है।
यह कदम लोगों के उस गुस्से का परिणाम हो सकता है जो कि देश के बैंकों से कर्जा लेकर भारत से भागकर विदेश में दा बैठे हैं। ये ऐसे लोग हैं जो कि भारत में अपने असफल बिजनेस को छोड़ने के साथ ही बैंकों की बैलेंस शीट में 13 लाख करोड़ का बैड लोन भी छोड़ गए हैं।
गौरतलब है कि पीएनबी स्कैम के बाद बैंक ऑफ महाराष्ट्रा और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में हुए घोटाले ने भी जन आक्रोश को बढ़ा दिया था। पीएनबी स्कैम में अरबपति कारोबारी नीरव मोदी और उनके चाचा मेहुल चौकसी मुख्य आरोपी हैं।