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निर्यात ऑर्डर में होने लगी बढ़ोतरी, रोजगारपरक क्षेत्रों में भी जगी आशा

निर्यातकों को आगामी अक्टूबर-नवंबर के लिए पिछले पांच महीनों के मुकाबले 20 फीसद तक अधिक ऑर्डर मिल रहे हैं। निर्यातकों के मुताबिक नए ऑर्डर का स्तर कोरोना से पूर्व काल के आसपास है और वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर- दिसंबर) के निर्यात में बढ़ोतरी की पूरी उम्मीद है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 07:59 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 08:20 AM (IST)
निर्यात ऑर्डर में होने लगी बढ़ोतरी, रोजगारपरक क्षेत्रों में भी जगी आशा
दुनिया भर में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने से निर्यात के मोर्चे पर अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है।

नई दिल्ली, राजीव कुमार। दुनिया भर में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने से निर्यात के मोर्चे पर अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। निर्यातकों को आगामी अक्टूबर-नवंबर के लिए पिछले पांच महीनों के मुकाबले 20 फीसद तक अधिक ऑर्डर मिल रहे हैं। निर्यातकों के मुताबिक नए ऑर्डर का स्तर कोरोना से पूर्व काल के आसपास है और चालू वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर- दिसंबर) के निर्यात में बढ़ोतरी की पूरी उम्मीद है। निर्यातकों के मुताबिक इंजीनियरिंग उत्पाद, रेडीमेड गारमेंट्स, लेदर उत्पाद व हैंडीक्राफ्ट्स जैसे रोजगारपरक क्षेत्रों में भी पिछले पांच महीनों के मुकाबले ऑर्डर में बढ़ोतरी दिख रही है।

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चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों (अप्रैल-अगस्त) में वस्तुओं के निर्यात में गत वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 26.65 फीसद की गिरावट रही। अगस्त में यह गिरावट 12.6 फीसद की रही। अगस्त महीने के निर्यात में 30 प्रमुख आइटम में से सिर्फ 14 आइटम में सकारात्मक बढ़ोतरी रही।

इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) के सीईओ सुरंजन गुप्ता ने बताया कि अगले दो महीने के ऑर्डर के हिसाब से निर्यात का स्तर कोरोना पूर्व काल के आसपास पहुंच गया है। तीसरी तिमाही में इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी शुरू हो सकती है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त महीने में इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में पिछले साल अगस्त के मुकाबले 7.69 फीसद की गिरावट रही।

गारमेंट निर्यातक अशोक रजानी ने बताया कि पिछले चार-पांच महीनों के मुकाबले निर्यात ऑर्डर में 20 फीसद तक का इजाफा है, लेकिन ग्राहक डिलीवरी के लिए अधिक वक्त नहीं दे रहे हैं। खरीदार पिछले साल के मुकाबले कीमत भी कम दे रहे हैं। मुख्य रूप से अमेरिका और यूरोप से ऑर्डर निकल रहे हैं। वैश्विक बाजार की स्थिति सख्त होने की वजह से निर्यातकों को पैसे फंसने की भी आशंका सता रही हैं। इस साल अगस्त महीने में गारमेंट के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 14 फीसद की गिरावट रही।

हैंडीक्राफ्ट्स निर्यातक राजकुमार मल्होत्रा ने बताया कि कोरोना की वजह से निर्यात बाजार जो ठप पड़ा था, उसमें गति आ गई है, लेकिन अभी यह नहीं कहा जा सकता कि तीसरी तिमाही में कितनी बढ़ोतरी होगी। हैंडीक्राफ्ट्स निर्यात में अगस्त महीने में पिछले साल अगस्त के मुकाबले 5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई।

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशंस (फियो) के अध्यक्ष शरद कुमार सराफ ने बताया कि निश्चित रूप से पहले के मुकाबले ऑर्डर में बढ़ोतरी है और कुल निर्यात में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन सरकार को निर्यातकों के जीएसटी रिफंड व अन्य इंसेंटिव के समय पर भुगतान का ख्याल रखना होगा। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल पहले ही कह चुके हैं कि इस साल सितंबर के पहले 15 दिनों में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले निर्यात में लगभग 10 फीसद की बढ़ोतरी है।


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