दुनिया के सबसे अमीर शख्स के पास कुछ नहीं बचेगा! जानें कैसे?
दुनिया की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को शुरू करने वाले बिल गेट्स का आने वाले सालों में कंपनी पर कोई सीधा अधिकार नहीं रहेगा। साल 201
सीटेल। दुनिया की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को शुरू करने वाले बिल गेट्स का आने वाले सालों में कंपनी पर कोई सीधा अधिकार नहीं रहेगा। साल 2018 के मध्य तक बिल गेट्स का नाम माइक्रोसॉफ्ट के इतिहास में ही रह जाएगा।
साल 1975 में अपने स्कूल दोस्त पॉल एलेन के साथ मिलकर गेट्स ने दुनिया को कंप्यूटर से रू-ब-रू कराया। लेकिन पिछले कई सालों से व्यवस्थित तरीके से गेट्स प्रत्येक तिमाही अपने शेयरों को बेच रहे हैं। गेट्स अब तक 2 करोड़ शेयरों को बेच चुके हैं। यदि गेट्स ऐसा ही करते रहे तो आज से चार साल बाद गेट्स का माइक्रोसॉफ्ट पर कोई प्रत्यक्ष अधिकार नहीं बचेगा।
पिछले सप्ताह गेट्स द्वारा बेचे गए शेयरों के बाद वह कंपनी के सबसे बड़े व्यक्तिगत शेयरहोल्डर के पद से नीचे उतर आए। अब माइक्रोसॉफ्ट के सबसे ज्यादा शेयर फरवरी में रिटायर हुए पूर्व सीईओ स्टीव बॉल्मर के पास हैं। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के पास दाखिल दस्तावेजों के मुताबिक, गेट्स के पास अब माइक्रोसॉफ्ट के केवल 33 करोड़ शेयर बचे हैं। वहीं, बॉल्मर के पास 33.3 करोड़ से ज्यादा शेयर हैं। इस पर गेट्स और माइक्रोसॉॅफ्ट ने बयान देने से इंकार कर दिया है।
आपको बता दें कि साल 1986 में जब माइक्रोसॉफ्ट का आईपीओ बाजार में आया तो गेट्स के पास 49 फीसद शेयर मौजूद थे। इस घटना ने गेट्स को अरबपति बना दिया था। माइक्रोसॉॅफ्ट की तेज रफ्तार ने गेट्स को दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति बना दिया और वह आज भी फोर्ब्स की सूची में 77 अरब डॉलर के साथ सबसे अमीर व्यक्ति हैं। गेट्स ने साल 2000 में कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा दिया और बॉल्मर को नियुक्त किया।
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