इंडस्ट्री ने पकड़ी रफ्तार: मार्च महीने में IIP ग्रोथ 2.7 फीसद रही, सरकार ने बदला आधार वर्ष
देश की आईआईपी ग्रोथ मार्च महीने के दौरान 2.7 फीसद रही है
नई दिल्ली (जेएनएन)। इंडस्ट्री की तेज रफ्तार की वजह से मार्च महीने के दौरान देश की आईआईपी ग्रोथ 2.7 फीसद रही है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने आईआईपी के आकलन का आधार वर्ष बदल दिया है। अब आईआईपी के लिए आधार वर्ष 2004-05 के बजाए 2011-12 होगा। इस नए आधार वर्ष के मुताबिक ही अब आंकड़ों की गणना की जाएगी। गौरतलब है कि आधार वर्ष 2011-12 के आधार पर फरवरी महीने में आईआईपी ग्रोथ 1.9 फीसद रही थी।
खनन क्षेत्र की आउटपुट ग्रोथ में इजाफा:
आधार वर्ष 2011-12 के मुताबिक मार्च महीने में खनन क्षेत्र की आउटपुट ग्रोथ में 9.7 फीसद की वृद्धि देखी गई, जबकि फरवरी में यह 4.6 फीसद रही थी। सरकार ने आईआईपी के आंकलन के लिए आधार वर्ष 2004-05 से बदलकर 2011-12 कर दिया है। आईआईपी की नई सीरीज में 809 आइटम जोड़े गए हैं, जबकि इससे पहले 620 आइटम शामिल किए गए थे। इस लिहाज से मार्च में आईआईपी ग्रोथ बढ़कर 2.7 फीसद रही है।
बेस ईयर 2011-12 के आधार पर फरवरी में आईआईपी ग्रोथ 1.9 फीसद रही थी। वहीं साल दर साल आधार पर वित्त वर्ष 2017 में आईआईपी ग्रोथ 3.4 फीसदी से बढ़कर 5 फीसदी रही है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ:
महीने दर महीने आधार पर मार्च में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ 1.4 फीसद से घटकर 1.2 फीसद रही। हालांकि महीने दर महीने आधार पर मार्च में माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ 4.6 फीसद से बढ़कर 9.7 फीसद रही। इसके अलावा महीने दर महीने आधार पर मार्च में इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ 1.2 फीसद से बढ़कर 6.2 फीसदी रही है।
यह भी पढ़ें: थोक महंगाई दर में आई कमी, अप्रैल महीने में कम होकर 3.85% रही