तीसरी तिमाही में जीवीए ग्रोथ घटकर 6.2 फीसद रहने की उम्मीद
इक्रा का कहना है कि जीवीए ग्रोथ रेट के वित्त वर्ष 17 की तीसरी तिमाही में घटकर 6.2 फीसद रहने की उम्मीद है।
नई दिल्ली: घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा का कहना है कि सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) जिसमें उत्पाद के करों और सब्सिडी को शामिल नहीं किया जाता है, वित्त वर्ष 17 की तीसरी तिमाही में घटकर 6.2 फीसद रहने की उम्मीद है, जो वित्त वर्ष 16 की तीसरी तिमाही में 6.9 फीसद रही थी। वहीं इक्रा के मुताबिक नोटबंदी के बाद आए आर्थिक व्यवधान के कारण वृद्धि दर कम रहने के अनुमान हैं।
इक्रा की प्रमुख अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, 'इक्रा का अनुमान है कि नोटबंदी का चुनिंदा असर उद्योग एवं सेवाओं के कुछ उपक्षेत्रों पर पड़ेगा।' हालांकि ठीक इसके विपरीत उन्होंने यह भी कहा कि खरीब की फसल इस बार बेहतर रही है जिससे की उम्मीद है कि कृषि, वानिकी और मछली पकड़ने के प्रदर्शन में सुधार आएगा।
आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसद रहने की उम्मीद:
इक्रा ने बताया कि वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6.5 फीसद रह सकती है, जो 2015-16 की तीसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.3 फीसद थी। तीसरी तिमाही के जीडीपी अनुमान केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) 28 फरवरी को जारी करेगा। साथ ही नोटबंदी के बाद ईंधन की मांग में कमी के साथ ही सर्विस सेक्टर को 9.1 फीसद से सुधरकर 8 फीसद पर आने की उम्मीद है।