ICICI प्रूडेंशियल के असेट अलोकेटर फंड ऑफ फंड का AUM 10 हजार करोड़ रुपए के पार पहुंचा
साल 2020 की शुरुआत में इस इन हाउस मॉडल ने इक्विटी में 40% तक निवेश किया था। जब कोरोना में बाजार में गिरावट आई तो इसने इसे बढ़ाकर 83% तक कर दिया। यानी बाजार नीचे होता है तो उसमें ज्यादा निवेश करता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। म्यूचुअल फंड कंपनी ICICI प्रूडेंशियल के असेट अलोकेटर फंड ऑफ फंड का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 10 हजार 731 करोड़ रुपए को पार कर गया है। दो साल पहले यह केवल 18 करोड़ रुपए था। दरअसल, इस तरह के फंड डायनामिक असेट अलोकेशन फंड होते हैं। ICICI प्रूडेंशियल ने इस फंड के सेक्टर में एक बेहतरीन शुरुआत की है।
अर्थलाभ के आंकड़े बताते हैं कि फरवरी 2019 में इस फंड का AUM केवल 18 करोड़ रुपए था। पर यह दो सालों में सैकड़ों गुना बढ़ गया। 30 अप्रैल 2021 को यह 10,731 करोड़ रुपए था। दरअसल एक सिंगल फंड के जरिए निवेशक ढेर सारे असेट क्लास में निवेश करते हैं। इसमें इक्विटी, डेट और सोने जैसी परिसंपत्तियां होती हैं। इसमें हर असेट क्लास में शून्य से 100% तक निवेश करने का अवसर होता है। यह इन हाउस वैल्यूएशन मॉडल पर तय होता है।
साल 2020 की शुरुआत में इस इन हाउस मॉडल ने इक्विटी में 40% तक निवेश किया था। जब कोरोना में बाजार में गिरावट आई तो इसने इसे बढ़ाकर 83% तक कर दिया। यानी बाजार नीचे होता है तो उसमें ज्यादा निवेश करता है। जब ऊपर होता है तो निवेश कम कर देता है। हालांकि, अप्रैल 2021 में इक्विटी में निवेश घट कर 37% हो गया, क्योंकि बाजार ऊपर की ओर है।
इस मॉडल का असर फंड के प्रदर्शन पर भी दिखता है। इसकी वजह से 1 साल में इसने 42.7% का फायदा निवेशकों को दिया है, जबकि इसी दौरान इसने इक्विटी में निवेश में 58% की कमी की है। इसका रिटर्न इसके बराबर के फंड हाउसों की तुलना में 7% ज्यादा है। यह रुझान इसका दो सालों में भी रहा है।
अप्रैल 2020 में इसका पोर्टफोलियो का 52% हिस्सा डेट में था जबकि 36% इक्विटी में और 6% सोने में था। यह इक्विटी में मूल रूप से बड़ी और मध्यम कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है। सेक्टर की बात करें तो यह बैंकिंग, इंफ्रा, हेल्थकेयर, एफएमसीजी और कमोडिटी पर फोकस करता है।