ICICI Bank के शुद्ध लाभ में मार्च तिमाही में 26% की वृद्धि, NPA में भी आई कमी
ICICI Bank ने मार्च तिमाही में प्रोविजनिंग को बढ़ाकर 5967 करोड़ रुपये कर दिया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। निजी क्षेत्र के ICICI Bank का मार्च तिमाही में एकल शुद्ध लाभ 26 फीसद की बढ़ोत्तरी के साथ 1,221 करोड़ रुपये पर रहा। एक साल पहले की समान अवधि में बैंक को 969 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। ICICI Bank ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी है। वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में बैंक की ब्याज से आय 17 फीसद बढ़कर 8,927 करोड़ रुपये हो गई। मार्च, 2019 में यह आंकड़ा 7,620 करोड़ रुपये का था। ICICI Bank ने आलोच्य तिमाही में प्रोविजनिंग को बढ़ाकर 5,967 करोड़ रुपये कर दिया है। इसमें कोविड-19 के लिए 2,725 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बैंक ने पिछले साल की जनवरी से मार्च तिमाही में 2,083 करोड़ रुपये की प्रोविजनिंग की थी।
ICICI Bank ने शेयर बाजार को बताया है आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 23,443.66 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 20,913.82 करोड़ रुपये पर थी।
बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक जनवरी से मार्च, 2020 के दौरान बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। 31 मार्च, 2020 को समाप्त तिमाही में बैंक का सकल एनपीए कुल लोन के 5.53% पर रहा। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा 6.70 फीसद पर रहा था।
शुद्ध NPA या फंसे हुए कर्ज भी 2.06 फीसद से घटकर 1.41 फीसद पर रह गए हैं। निजी क्षेत्र के बैंक ने कहा है, ''कोविड-19 से जुड़े प्रोविजन को हटा दिया जाए तो कर के भुगतान के बाद बैंक को 3,260 करोड़ रुपये का लाभ होता।''
वहीं, वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान बैंक का शुद्ध लाभ 136 फीसद की भारी वृद्धि के साथ 7,931 करोड़ रुपये के आंकड़े पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2018-19 में बैंक को 3,363 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।