जनवरी-मार्च के बीच मकानों की बिक्री में आई भारी कमी, इन वजहों से घर लेने से कतरा रहे लोग
जनवरी से मार्च के दौरान मुंबई में मकानों की बिक्री में 19 फीसद की कमी दर्ज की गई। (PC Pexels)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कोविड-19 का असर घरों की बिक्री पर भी देखने को मिला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के सात प्रमुख शहरों में जनवरी से मार्च के दौरान घरों की बिक्री में 29 फीसद की कमी दर्ज की गई। इस अवधि में मकानों की बिक्री घटकर 27,451 इकाइयों पर रह गई। इसी दौरान ऐसे फ्लैट्स की इंवेंटरी बढ़कर 3.65 लाख करोड़ रुपये की हो गई क्योंकि मकान खरीदने वाले लोग इस बीमारी की वजह से अपनी खरीदारी से जुड़े निर्णय को फिलहाल टाल रहे हैं। रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़ी कंपनी जेएलएल की रिपोर्ट के मुताबिक कैलेंडर वर्ष 2020 की पहली तिमाही में देश के प्रमुख शहरों में आवासीय इकाइयों की बिक्री 29 फीसद की कमी के साथ 27,451 इकाइयों पर रह गई। पिछले साल जनवरी से मार्च का दौरान इस दौरान इन शहरों में 38,628 इकाइयों की बिक्री हुई थी।
जेएलएल इंडिया ने अपनी तिमाही रिपोर्ट में कहा है, ''मौजूदा स्वास्थ्य संकट से घरों की बिक्री भी प्रभावित हुई है क्योंकि घर खरीदार अपने निर्णय को स्थगित कर रहे हैं।''
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 की पहली तिमाही के बाद यह सबसे बड़ी गिरावट है। उस दौरान नोटबंदी की वजह से मकानों की बिक्री में 37 फीसद की कमी देखने को मिली थी।
इस साल जनवरी-मार्च के दौरान सभी सात प्रमुख शहरों में मकानों की बिक्री में कमी दर्ज की गई। बेंगलुरु में मकानों की बिक्री में सबसे अधिक 52 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। शहर में इस अवधि में 4,186 इकाइयों की बिक्री हुई।
मुंबई में मकानों की बिक्री में 19 फीसद की कमी दर्ज की गई। इस अवधि में मायानगरी में 6,857 आवासीय परिसंपत्तियों की बिक्री हुई। वहीं, चेन्नई में आठ फीसद की कमी के साथ 2,453 फ्लैट्स की बिक्री हुई।