स्वास्थ्य बीमा दे रहा है जनरल इंश्योरेंस की ग्रोथ को आधार, नवंबर में स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम में हुई 28 परसेंट की वृद्धि
लेकिन नवंबर में वह बरकरार नहीं रह पाई। दूसरी तरफ फसल बीमा के क्षेत्र में नवंबर में प्रीमियम बढ़ने की दर 29 परसेंट रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जनरल इंश्योरेंस सेक्टर में प्रीमियम में वृद्धि के मामले में स्वास्थ्य बीमा आधार बनता दिख रहा है। नवंबर 2019 में जनरल इंश्योरेंस के प्रीमियम में 16 परसेंट की वृद्धि हुई है। लेकिन इसमें बड़ी हिस्सेदारी स्वस्थ्य बीमा की ही रही है जिसका प्रीमियम इस महीने 28 परसेंट की दर से बढ़ा है। ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के चालान की दरों में वृद्धि के बाद मोटर बीमा के प्रीमियम में जो तेजी आई थी वह नवंबर में गायब हो गई है। इस क्षेत्र के बीमा प्रीमियम में इस महीने केवल छह परसेंट की वृद्धि ही दर्ज हो पायी है। स्वास्थ्य बीमा के क्षेत्र में रिटेल हेल्थ प्रीमियम में नवंबर में भी वृद्धि का रुख बना रहा। इस क्षेत्र के प्रीमियम में 18 परसेंट की वृद्धि दर्ज की है। पिछले साल इसी महीने में रिटेल हेल्थ प्रीमियम में 12 परसेंट की बढ़ोतरी हुई थी।
जनरल इंश्योरेंस पर कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक रिटेल हेल्थ के क्षेत्र में निजी और सरकारी क्षेत्र की तकरीबन सभी कंपनियों की वृद्धि दर नवंबर में बेहतर रही है। जबकि ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस के वर्ग में नवंबर में स्टैंडअलोन बीमा प्रीमियम 80 परसेंट की दर से बढ़ा है। इसके विपरीत मोटर बीमा के प्रीमियम के बढ़ने की रफ्तार नवंबर में थमी है। पिछले दो तीन महीने से इस बिजनेस में प्रीमियम बढ़ने की रफ्तार 15-20 परसेंट की थी। लेकिन नवंबर में यह घटकर छह परसेंट रह गई है। रिपोर्ट का मानना है कि मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन के बाद पेनल्टी बढ़ने की वजह से बीते दो तीन महीने बीमा प्रीमियम की रफ्तार बढ़ी थी। लेकिन नवंबर में वह बरकरार नहीं रह पाई। दूसरी तरफ फसल बीमा के क्षेत्र में नवंबर में प्रीमियम बढ़ने की दर 29 परसेंट रही है। इसी तरह अग्नि बीमा के प्रीमियम में भी नवंबर में 58 परसेंट की दर से वृद्धि दर्ज की गई है।