यूएन रिपोर्ट का दावा, असंगठित क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुंचाएगा GST
देश के अनौपचारिक क्षेत्र पर नोटबंदी ने तो असर डाला ही है लेकिन जीएसटी भी इस पर प्रभाव डालता जान पड़ रहा है
नई दिल्ली (जेएनएन)। बीते साल 8 नवंबर को लिए गए नोटबंदी के फैसले ने देश के अनौपचारिक क्षेत्र को नुकसान पहुंचाया था और अब यह जीएसटी के कारण और प्रभावित हो सकता है। यह अनुमान यूएन की एक रिपोर्ट में लगाया गया है। गौरतलब है कि वस्तु एवं सेवा कर कानून जीएसटी को 1 जुलाई 2017 को देशभर में लागू किया गया था।
यूएन ने अपनी रिपोर्ट में भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटाकर 6.7 फीसद कर दिया है जो कि साल 2016 में 7 फीसद रहा था। यूएनसीटीएडी ट्रेड एंड डेवलपमेंट 2017 रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2017 में दुनिया की अर्थव्यवस्था सुधर रही है लेकिन उसने रफ्तार नहीं पकड़ी है। इस ग्रोथ के 2.6 फीसद तक पहुंचने का अनुमान है जो कि साल 2016 के मुकाबले थोड़ा बेहतर है लेकिन पूर्व-वित्तीय संकट औसत 3.2 फीसद से नीचे है।
भारत और चीन के संदर्भ में, ग्रोथ के वर्तमान स्तर पर इसमें कहा गया है कि इन दोनों देशों की ओर से निकट भविष्य में वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए "ग्रोथ पोल" के रूप उभरने की संभावना कम है। इसमें कहा गया कि भारत की आउटपुट ग्रोथ साल 2017 में 6.7 फीसद के स्तर पर आ सकती है जो कि बीते साल 7 फीसद रही थी। हालांकि इस रिपोर्ट में चीन के लिए ग्रोथ को 6.7 फीसद पर बरकरार रखा गया है जैसा कि साल 2016 के लिए भी था। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत का विकास प्रदर्शन, अपने बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों पर काफी हद तक निर्भर है जिस पर तनावग्रस्त और गैर निष्पादित परिसंपत्तियों का भारी बोझ है।