जीएसटी ऑटो और रिटेल सेक्टर के लिए बेहतर, एसएमई के लिए नकारात्मक: फिच
फिच रेटिंग के मुताबिक जीएसटी ऑटो, सीमेंट और संगठित रिटेल सेक्टर के लिए बेहतर रहा है
नई दिल्ली (जेएनएन)। 1 जुलाई से लागू हुआ वस्तु एवं सेवा कर कानून (जीएसटी) ऑटो, सीमेंट और संगठित रिटेल सेक्टर के लिए बेहतर है, लेकिन इसका ऑयल एंड गैस और एसएमई सेक्टर पर नकारात्मक असर पड़ा है। यह बात फिच रेटिंग कही है।
फिच रेटिंग ने बताया वहीं इसके विपरीत संपत्ति, बिजली, दूरसंचार, दवा और उर्वरक क्षेत्रों पर जीएसटी का तटस्थ प्रभाव होगा। इसमें आगे कहा गया, “कुछ क्षेत्रों के लिए नकारात्मक होने के बावजूद किसी भी कंपनी की रेटिंग में बदलाव के लिए फिच को कोई मौका नहीं देगा।”
हालांकि जीएसटी के कार्यान्वयन से संबंधित जोखिम अगले 12 महीनों तक बरकरार रहेंगे क्योंकि खराब अनुपालन संस्कृति के चलते नई प्रणाली को अपनाने में जटिलताएं सामने आ रही हैं। यह स्थिति विशेष रूप से पारंपरिक खुदरा और एसएमई क्षेत्रों में ज्यादा है। गौरतलब है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को 1 जुलाई से देशभर में लागू कर दिया गया था। इस कानून ने केंद्र और राज्य स्तर पर 17 तरीके के टैक्स (एक्साइज, सर्विस और वैट समेत) और 23 तरह के सेस को खत्म कर दिया है।
फिच ने कहा, “जब तक सभी ट्रेडिंग काउंटर पार्टियां सिस्टम पर न आ जाएं और उन अलग-अलग कर दरों से परिचित न हों जो जीएसटी के तहत वस्तु एवं सेवाओं पर लगाई गई हैं, बड़ी कंपनियों के लिए निकट भविष्य की चुनौतियां बनी रह सकती हैं।”