Bharat 22 ETF की दूसरी किश्त जारी करेगी सरकार, 80 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना
सरकार भारत 22 ईटीएफ की दूसरी श्रृंखला के जरिए 80,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सरकार ने भारत 22 ईटीएफ की दूसरी किश्त जारी करने का फैसला कर लिया है। इसके दूसरे चरण के आइसीआइसीआइ प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड ने ड्राफ्ट पेपर्स फाइल कर दिये हैं। इसकी पहली किश्त 14 नवंबर से 17 नवंबर तक खोली गई थी। इसके जरिए सरकार ने 14500 करोड़ रुपये जुटाए थे। यह ईटीएफ 22 ब्लूचिप कंपनियों का एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो होगा।
आइसीआइसीआइ प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड इस ईटीएफ को मैनेज कर रहा है। इसने बाजार नियामक सेबी के पास फॉलो ऑन ऑफर के लिए ड्राफ्ट पेपर्स फाइल कर दिये हैं। यह जानकारी सेबी के पास फाइल किये गये डॉक्यूमेंट्स के अनुसार है।
यह किश्त वित्त 2019 की पहली ईटीएफ ऑफरिंग हैं, जहां सरकार ने पीएसयू विनिवेश के जरिए 80,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। भारत-22 ईटीएफ में सीपीएसई, पीएसयू बैंक और सरकार की हिस्सेदारी वाली निजी ब्लू चिप कंपनियां जिनमें लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी), एक्सिस बैंक और आईटीसी के शेयर्स शामिल हैं।
सराकरी कंपनियों के शेयर्स अर्थव्यवस्था के छह कोर सेक्टर्स को दर्शाता है- जिनमें फाइनेंस, इंडस्ट्री, एनर्जी, यूटिलिटीज, एफएमसीजी और बेस मेटेरियल शामिल है। इससे इंडेस्क ब्रोड बेस्ड और डायवर्सिफाइड बनता है।
जो पीएसयू भारत ईटीएफ 22 का हिस्सा हैं उनमें ओएनजीसी, आईओसी, एशबीआई, बीपीसीएल, कोल इंडिया और नाल्को शामिल है।
लिस्ट में जो अन्य सीपीएसई हैं उनमें भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजिनियर इंडिया, एनबीसीसी, एनटीपीसी, एनएचपीसी, एसजेवीएनएल, गेल, पीजीसीआईएल और एनएलसी इंडिया शामिल हैं। इसमें केवल तीन पब्लिक सेक्टर बैंक हैं जिनमें एसबीआई, इंडियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा शामिल हैं।