पट्टे से जुड़े नए लेखा मानकों को सरकार ने किया अधिसूचित, एक अप्रैल से हुए प्रभावी
भारतीय लेखा मानक-116 का कई उद्योगों पर प्रभाव पड़ेगा। विशेष तौर पर विमानन क्षेत्र पर जहां अधिकतर कंपनियां पट्टे पर विमानों का परिचालन करती हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत सरकार ने नए लेखा मानक ‘भारतीय लेखा मानक-116’ को अधिसूचित किया है, ताकि कंपनियों के लेखा-जोखा खातों में पट्टों की पहचान और उनकी जानकारी सार्वजनिक करने में पारदर्शिता लाई जा सके। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।
भारतीय लेखा मानक-116 का कई उद्योगों पर प्रभाव पड़ेगा। विशेष तौर पर विमानन क्षेत्र पर जहां अधिकतर कंपनियां पट्टे पर विमानों का परिचालन करती हैं। भारतीय लेखा मानक-116 एक अप्रैल से प्रभावी होगा, जो कि पट्टों की मान्यता, प्रस्तुति और प्रकटीकरण के लिए सिद्धांतों को निर्धारित करता है। कारपोरेट मामलों के मंत्रालय की ओर से इन नियमों को अधिसूचित किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि मानक अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करने में मदद करेगा। ईवाई इंडिया की वित्तीय लेखा सलाहकार सेवा के राष्ट्रीय प्रमुख और भागीदार संदीप खेतान ने बताया, ‘‘पट्टा देने वालों को अब पट्टे से होने वाली आय की पहचान और उसे इंड-एएस-116 के अनुरूप ढालने के लिए अपनी लेखा नीतियों पर नए सिरे से गौर करना होगा। इसका कंपनियों के वित्तीय बयानों में मौजूदा जारी किराया आय को मापने में उल्लेखनीय प्रभाव हो सकता है।’’