त्योहारों से पहले सरकार ने किसानों को दी खुशखबरी, गेहूं और दलहन का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया
Minimum Support Price प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई CCEA की बैठक में गेहूं दलहन और तिलहन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। त्योहारों से पहले सरकार ने किसानों को खुशखबरी दी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बुधवार को सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 85 रुपये बढ़ाकर 1,925 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। इसी प्रकार, दलहन के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 325 रुपये प्रति क्विंटल तक की बढ़ोतरी की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
सरकार के कृर्षि एडवाइजरी इकाई CACP के सुझावों के अनुसार, CCEA ने फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) के रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंजूरी दे दी है। MSP वह दर है जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है।
सूत्रों के अनुसार, CCEA ने 2019-20 के रबी फसल के लिए गेहूं का समर्थन मूल्य 85 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1,925 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। पिछले साल यह 1,840 रुपये प्रति क्विंटल था। जौ के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी 85 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी कर 1,525 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है।
दलहन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने मसूर के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 325 रुपये बढ़ाकर 4,800 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है जो पिछले साल 4,475 रुपये प्रति क्विंटल था। इसी प्रकार चने की एमएसपी में 255 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है और इसे 4,875 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। पिछले साल इसकी एमएसपी 4,620 रुपये प्रति क्विंटल थी।
तिलहन की बात करें तो रेपसीड/सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 225 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा कर 4,425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। पिछले वर्ष यह 4,200 रुपये प्रति क्विंटल था।
गेहूं एक प्रुख रबी फसल है इसकी बुवाई अगले महीने से शुरू होगी। इसकी मार्केटिंग अगले साल अप्रैल से शुरू होगी।