Move to Jagran APP

भारत बांड ईटीएफ के जरिये सरकार जुटा सकती है दस हजार करोड़

इससे उनकी पूंजीगत व्यय की जरूरत को भी पूरा किया जाता है। भारत बांड ईटीएफ एक तरह का एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं। भारत सरकार की विशिष्ट कंपनियों के शेयरों में बांड के नाम पर निवेश किया जाता है। यह बांड भारत सरकार की ट्रिपल ए रेटिंग वाली कंपनियां होती हैं।

By NiteshEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 06:57 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 09:30 AM (IST)
भारत बांड ईटीएफ के जरिये सरकार जुटा सकती है दस हजार करोड़
Government can raise ten thousand crores through Bharat Bond ETF

नई दिल्ली, पीटीआइ। सरकार इस साल दिसंबर तक भारत बांड ईटीएफ की अगली किस्त ला सकती है। वह इसके जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस राशि का इस्तेमाल केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसई) की वृद्धि की योजना में किया जाएगा।अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों की कोष की जरूरत का आकलन किया जा रहा है और एक्सचेंज ट्रेडेड कोष (ईटीएफ) की तीसरी किस्त को चालू कैलेंडर वर्ष के अंत से पहले पेश किया जाएगा।

loksabha election banner

उन्होंने कहा, 'अभी हम इस राशि को अंतिम रूप दे रहे हैं। लेकिन यह 10,000 करोड़ रुपये से अधिक होगी।' भारत बांड ईटीएफ एक एक्सचेंज ट्रेडेड कोष है जो सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के बांड में निवेश करता है। ईटीएफ फिलहाल सिर्फ 'एएए' रेटिंग वाले बांड में निवेश करता है। ईटीएफ के जरिये जुटाई गई राशि का इस्तेमाल सीपीएसई या सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए कर्ज जुटाने की योजना में होता है।

इससे उनकी पूंजीगत व्यय की जरूरत को भी पूरा किया जाता है। भारत बांड ईटीएफ एक तरह का एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं। भारत सरकार की विशिष्ट कंपनियों के शेयरों में बांड के नाम पर निवेश किया जाता है। यह बांड भारत सरकार की ट्रिपल ए रेटिंग वाली कंपनियां होती हैं। जिनमें निवेश पर छह फीसदी का रिटर्न हासिल होता है।

एक हजार करोड़ का राइट्स इश्यू कंपनी के लिए महत्वपूर्ण: डिश टीवी

डिश टीवी का एक हजार करोड़ का राइट्स इश्यू डीटीएच कंपनी के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही। अधिकारी ने कहा कि कंपनी को तकनीक में बदलाव करते हुए पुराने सेट टाप बाक्स को नई पीढ़ी के स्मार्ट बाक्स से बदलने के लिए धन की आवश्यकता है, ताकि ग्राहक आधार को घटने से बचाया जा सके। अधिकारी ने कहा कि डिश टीवी दरअसल, इंटरनेट माध्यम से देखे जाने वाले ओटीटी प्लेटफार्म से प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.