महंगाई 5 महीने के निचले स्तर पर, औद्योगिक उत्पादन रहा सुस्त
नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक सब्जियों की महंगाई दर मार्च में घटकर 11.7 फीसद रह गई, जो ठीक फरवरी में 17.57 फीसद के स्तर पर थी।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। खुदरा महंगाई दर और औद्योगिक उत्पादन के मोर्चे पर सरकार के लिए राहत की सौगात जारी है। केंद्रीय सांख्यिकी ऑफिस (सीएसओ) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष मार्च में खुदरा महंगाई दर 5 महीनों के निचले स्तर तक फिसलते हुए 4.28 फीसद रह गई है। दूसरी तरफ, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आइआइपी) के हिसाब से फरवरी में औद्योगिक उत्पादन चौथे माह में सुधरकर 7.1 फीसद पर पहुंच गया है।
हालांकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआइ) पर मार्च में महंगाई दर में और गिरावट सरकार को सुकून की बात है। यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) द्वारा मध्यम अवधि में महंगाई दर को चार फीसद से नीचे रखने के लक्ष्य से फिलहाल थोड़ा ऊपर है। सरकार ने आरबीआइ को दो फीसद ऊंच-नीच के साथ महंगाई दर चार फीसद पर नियंत्रित रहने का लक्ष्य दिया हुआ है।
नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक सब्जियों की महंगाई दर मार्च में घटकर 11.7 फीसद रह गई, जो ठीक फरवरी में 17.57 फीसद के स्तर पर थी। अंडे, दूध और प्रोटीन-प्रचुर अन्य खाद्य पदार्थो की महंगाई दर में भी फरवरी के मुकाबले मार्च में कमी आई है। फलों के मोर्चे पर ग्राहकों को मार्च में कोई राहत नहीं मिली। सीएसओ के मुताबिक कैपिटल गुड्स व कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की मांग बढ़ने से फरवरी में देश की औद्योगिक उत्पादन विकास दर बढ़कर 7.1 फीसद पर पहुंच गई।
इन दोनो ही सकारात्मक आकड़ों का असर आज शेयर बाजार पर देखने को मिल सकता है। एक्सपर्ट मानते हैं कि इन संकेतों के बल पर आज भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हो सकती है। हालांकि हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में ऊपरी स्तर से मुनाफावसूली के चलते दवाब देखने को मिल सकता है।