Gold Rate on 22 April: तीन सत्र बाद सोने की वायदा कीमतें जबरदस्त बढ़त के साथ हुई बंद, जानिए भाव
Gold Rate on 22 April पांच अगस्त 2020 के सोने की वायदा कीमत बुधवार को एमसीएक्स पर 1.74 फीसद या 792 रुपये के उछाल के साथ 46291 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सोने का वायदा भाव बुधवार को भारी बढ़त के साथ बंद हुआ है। इससे पहले पिछले तीन सत्रों में सोने का वायदा भाव गिरावट के साथ बंद हुआ था। एमसीएक्स एक्सचेंज पर बुधवार को पांच जून 2020 के सोने का वायदा भाव 1.88 फीसद या 850 रुपये की भारी बढ़त के साथ 46,175 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ है। इसके अलावा पांच अगस्त 2020 के सोने की वायदा कीमत बुधवार को एमसीएक्स पर 1.74 फीसद या 792 रुपये के उछाल के साथ 46,291 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई है। सोने के वैश्विक हाजिर भाव में बढ़त के कारण घरेलू वायदा भाव में यह तेजी आई है। लॉकडाउन के कारण भारत में सोने-चांदी के हाजिर बाजार बुधवार को भी बंद रहे।
वहीं, चांदी का वायदा भाव बुधवार को गिरावट के साथ बंद हुआ है। बुधवार को एमसीएक्स एक्सचेंज पर पांच मई 2020 की चांदी की वायदा कीमत 0.26 फीसद या 108 रुपये की गिरावट के साथ 41,640 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई है। एमसीएक्स पर क्रूड ऑयल के वायदा भाव की बात करें, तो 18 मई 2020 के क्रूड ऑयल का वायदा भाव बुधवार को 30.06 फीसद या 398 रुपये की भारी गिरावट के साथ 926 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी बुधवार को सोने के भाव में बढ़त दर्ज की गई है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, यहां बुधवार शाम सोने का वैश्विक हाजिर भाव 0.58 फीसद या 9.80 डॉलर की बढ़त के साथ 1,696 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था। इसके अलावा सोने का वैश्विक वायदा भाव कॉमेक्स पर बुधवार शाम 1.60 फीसद या 27 डॉलर की तेजी के साथ 1714.80 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था। वहीं, वैश्विक स्तर पर चांदी के हाजिर भाव की बात करें, तो यह बुधवार शाम 0.07 फीसद या 0.01 डॉलर की गिरावट के साथ 14.88 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था।
जानिए क्या होता है वायदा भाव
सोने का व्यापार दो तरह से होता है। एक हाजिर बाजार में और दूसरा वायदा बाजार में। वायदा बाजार को कमोडिटी एक्सचेंज भी कहा जाता है। वायदा बाजार में कमोडिटी को डिजिटल माध्यम से बेचा और खरीदा जाता है। वायदा बाजार में वस्तु के पुराने और नए भावों के आधार पर भविष्य के भावों में सौदे किये जाते हैं। इस बाजार में एक तय तारीख तक के लिए सौदे होते हैं। वायदा बाजार का सीधा असर हाजिर बाजार पर पड़ता है। हाजिर बाजार और वायदा बाजार में कमोडिटी के भाव में कोई बड़ा अंतर नहीं होता है।