इस सप्ताह जीडीपी के आंकड़े से दिशा लेगा शेयर बाजार
विशेषज्ञों के मुताबिक देश के 12 सरकारी बैंकों में 48239 करोड़ रुपये निवेश करने की सरकार की घोषणा से बैंकिंग सेक्टर में मजबूती का माहौल रहेगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश का शेयर बाजार इस सप्ताह तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े, फरवरी महीने के डेरिवेटिव सौदों की परिपक्वता और अन्य प्रमुख आर्थिक आंकड़ों से दिशा लेगा। सैमको सिक्योरिटीज एंड स्टॉकनोट के संस्थापक और सीईओ जिमीत मोदी ने कहा कि तीसरी तिमाही के नतीजे आने का दौर समाप्त हो चुका है। अब आर्थिक आंकड़ों का प्रभाव बढ़ेगा। आने वाले दिनों में ग्लोबल और डोमेस्टिक कारकों से पूंजी की दिशा तय होगी। देश की राजनीतिक स्थिति को देखते हुए हालांकि बाजार पर अनिश्चितता हावी रहेगी।
जिमीत मोदी ने कहा कि बाजार के प्रतिभागियों को बेसब्री से चुनाव तिथियों की घोषणा का इंतजार है। देश के 12 सरकारी बैंकों में 48,239 करोड़ रुपये निवेश करने की सरकार की घोषणा से बैंकिंग सेक्टर में मजबूती का माहौल रहेगा। समग्र तौर पर हालांकि बाजार में उत्साह का अभाव रहेगा। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर के आंकड़े गुरुवार को जारी होने वाले हैं। शुक्रवार को मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के लिए पीएमआइ आंकड़े आने वाले हैं।
एपिक रिसर्च के सीईओ मुस्तफा नदीम ने कहा कि जीएसटी काउंसिल की रविवार की बैठक के नतीजे भी निवेशकों के फैसले में अहम भूमिका निभाएंगे। गुरुवार को जीडीपी आंकड़े के साथ-साथ वित्तीय घाटा के आंकड़े भी जारी होंगे। बाजार में अनिश्चितता का माहौल हालांकि गहरा भी सकता है और बाजार की किसी भी दिशा को लेकर निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। इसके साथ-साथ गुरुवार को फरवरी महीने के वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) सौदों की परिपक्वता भी है।
सप्ताह के आखिर में फरवरी महीने के लिए वाहन कंपनियों की बिक्री के आंकड़े आएंगे, जिससे वाहन शेयरों पर भी निवेशकों का विशेष ध्यान रहेगा। पिछले सप्ताह के कारोबार में सेंसेक्स में कुल 62.53 अंकों की बढ़ोतरी देखी गई और यह शुक्रवार को 35,871.48 पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह के कारोबार में देश की 10 सबसे बड़ी कंपनियों में से सात के बाजार पूंजीकरण (एमकैप) में कुल 67,980.60 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का एमकैप सर्वाधिक 39,400 करोड़ रुपये घटा। कोटक म¨हद्रा बैंक का एमकैप 8,147.3 करोड़ रुपये, रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआइएल) का 6,909.15 करोड़ रुपये, आइटीसी का 6,454.28 करोड़ रुपये, इन्फोसिस का 3,669.67 करोड़ रुपये, एचडीएफसी बैंक का 2,263.71 करोड़ रुपये और हिंदुस्तान यूनीलिवर (एचयूएल) का एमकैप 1,136.44 करोड़ रुपये घट गया। एचडीएफसी, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) और आइसीआइसीआइ बैंक के एमकैप में हालांकि बढ़ोतरी दर्ज की गई। रैंकिंग के लिहाज से आरआइएल पहले स्थान पर रही। इसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, एचयूएल, आइटीसी, एचडीएफसी, इन्फोसिस, एसबीआइ, कोटक म¨हद्रा बैंक और आइसीआइसीआइ बैंक का स्थान रहा।