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भारत-UAE के बीच कारोबारी बातचीत शुरू, 2022 से आयात-निर्यात का होगा शानदार आगाज

भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने औपचारिक रूप से मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत शुरू कर दी है। बातचीत को दिसंबर तक निष्कर्ष पर पहुंचाने का लक्ष्य है। इस पहल का मकसद दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ाना है।

By Ashish DeepEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 11:04 AM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 11:04 AM (IST)
भारत-UAE के बीच कारोबारी बातचीत शुरू, 2022 से आयात-निर्यात का होगा शानदार आगाज
संयुक्त अरब अमीरात फिलहाल भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है।

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने औपचारिक रूप से मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत शुरू कर दी है। बातचीत को दिसंबर तक निष्कर्ष पर पहुंचाने का लक्ष्य है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस पहल का मकसद दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ाना है। दोनों देश आंतरिक कानूनी प्रक्रियाओं और मंजूरी के बाद अगले साल मार्च में औपचारिक समझौता यानी व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) पर गौर कर रहे हैं।

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गोयल और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार राज्य मंत्री थानी बिन अहमद अल जेयोदी ने औपचारिक रूप से भारत-संयुक्त अरब अमीरात व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (सीईपीए) पर वार्ता शुरू की। संयुक्त बयान के मुताबिक दोनों मंत्रियों ने परस् पर लाभकारी आर्थिक समझौते की इच्छा व्यक्त की। दोनों पक्ष दिसंबर 2021 तक वार्ता को निष्कर्ष पर पहुंचाने और आंतरिक कानूनी प्रक्रियाओं और मंजूरी के बाद मार्च 2022 में एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ेंगे।

अल जेयोदी मौजूदा व्यापार और निवेश रिश्ता आगे बढ़ाने के साथ द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में सुधार को लेकर बातचीत के लिए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ यहां आए हैं। गोयल ने संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री के साथ संवाददता सम्मेलन में कहा कि यह संतोष की बात है कि आज हमने द्विपक्षीय रूप से लाभकारी व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता पर बातचीत शुरू की... सीईपीए को लेकर पहले दौर की वार्ता हो रही है। दोनों पक्षों ने महत्वकांक्षी समयसीमा तय की है और बातचीत को दिसंबर 2021 तक निष्कर्ष पर पहुंचाने का लक्ष्य है। हम उम्मीद करते हैं कि आंतरिक कानूनी प्रक्रियाएं और जरूरी मंजूरी के बाद 2022 की शुरूआत में औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर होंगे।

गोयल ने कहा कि सीईपीए द्विपक्षीय व्यापार और निवेश प्रवाह को बढ़ाएगा तथा कोविड बाद आर्थिक पुनरूद्धार एवं भविष्य की आर्थिक वृद्धि में मददगार होगा। संयुक्त अरब अमीरात फिलहाल भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। वित्त वर्ष 2019-20 में दोनों देशों के बीच 59 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। अमेरिका के बाद यूएई भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। वर्ष 2019-20 में 29 अरब डॉलर का निर्यात किया गया। (Pti इनपुट के साथ)


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