मार्च में विदेशी निवेशकों ने किया रिकॉर्ड निवेश, बीएसई प्रत्येक ट्रेड पर लेगा ट्रांजैक्शन फीस
मार्च में एफपीआइ ने भारतीय पूंजी बाजारों में रिकॉर्ड 57 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआइ) ने मार्च में भारतीय पूंजी बाजारों में रिकॉर्ड 57,000 करोड़ रुपये का निवेश किया। यह इस उम्मीद के साथ किया गया कि विधानसभा चुनावों में भाजपा की भारी जीत के बाद सरकार साहसी, सुधारात्मक कदमों को तेजी से आगे बढ़ाएगी। वित्त वर्ष 2016-17 में इक्विटी और डेट मार्केट में एफपीआइ का शुद्ध निवेश 49,000 करोड़ रुपये से अधिक पर पहुंच गया है। हाल में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान एफपीआइ ने शेयरों में शुद्ध रूप से 56,000 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि उन्होंने डेट मार्केट से 7,000 करोड़ रुपये निकाले। इस तरह उनका कुल निवेश 49,000 करोड़ रुपये रहा।
डिपॉजिटरी आंकड़ों के अनुसार एफपीआइ ने मार्च में शेयरों में शुद्ध रूप से 31,327 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि उन्होंने डेट मार्केट में 25,617 करोड़ रुपये डाले। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 56,944 करोड़ रुपये या 8.7 अरब डॉलर रहा। वर्ष 2002 के बाद यह एफपीआइ का किसी एक महीने में सबसे ज्यादा निवेश है।
प्रत्येक इक्विटी ट्रेड पर फीस
प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बंबई शेयर (बीएसई) ज्यादा संख्या में बड़े सौदों को लुभाने की उम्मीद में सोमवार से प्रत्येक ट्रेड के आधार पर ट्रांजैक्शन फीस वसूलना शुरू करेगा। नई व्यवस्था के मुताबिक, बीएसई महीने में पांच लाख रुपये तक के ट्रेड पर एक रुपये, 5-10 लाख के ट्रेड पर 70 पैसे, 10-20 लाख के ट्रेड पर 60 पैसे और 40 लाख से ऊपर के ट्रेड पर 30 पैसे ट्रांजैक्शन चार्ज लेगा। इससे पहले, एक्सचेंज एक करोड़ रुपये के ग्रॉस टर्नओवर पर 275 रुपये प्रति करोड़ के हिसाब से चार्ज करता था।
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