वोडा-आइडिया के राइट इश्यू में विदेशी निवेशक लगाएंगे 18,000 करोड़ रुपये
5000 करोड़ रुपये से ऊपर की किसी भी विदेशी फंडिंग के लिए कैबिनेट की मंजूरी जरूरी होती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। विदेशी निवेशक वोडाफोन-आइडिया के राइट इश्यू में करीब 18 हजार करोड़ रुपये लगा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक इसमें प्रवर्तक वोडाफोन समूह की अधिक हिस्सेदारी होगी। गौरतलब है कि कंपनी का 25 हजार करोड़ रुपये का राइट इश्यू 10 अप्रैल को खुलेगा।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘वोडाफोन आइडिया ने सरकार से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी के लिए संपर्क किया है। इस प्रस्ताव को मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। यह अनुमान है कि राइट इश्यू को विदेशी निवेशकों से 18 हजार करोड़ रुपये मिल सकते हैं।’’
जानकारी के लिए आपको बता दें कि 5,000 करोड़ रुपये से ऊपर की किसी भी विदेशी फंडिंग के लिए कैबिनेट की मंजूरी जरूरी होती है। इस प्रस्ताव को मंत्रिमंडल ने 28 फरवरी को मंजूरी दी थी। कंपनी के निदेशक मंडल ने इस राइट इश्यू को 20 मार्च को हुई बैठक में मंजूरी दी थी।
प्रमोटर्स शेयर होल्डर्स- वोडाफोन ग्रुप और आदित्य बिरला ग्रुप ने बोर्ड को फिर से बताया है कि वो क्रमश: 11,000 करोड़ रुपये और 7,250 करोड़ रुपये का योगदान करना चाहते हैं, जो कि राइट इश्यू के हिस्से के रुप में कुल 18,250 करोड़ रुपये की राशि है। सूत्रों ने बताया कि ऐसे में जब वोडाफोन ग्रुप की पूरी फंडिंग को राइट्स इश्यू में विदेशी निवेश माना जाएगा, आदित्य बिरला भी अपनी विदेशी संस्थाओं से पैसा लगा सकता है।