Flipkart ने भारतीय कारीगरों, बुनकरों के लिए शुरू किया 'समर्थ'
फ्लिप्कार्ट ने भारतीय बाजार में अपनी पकड़ को और ज्यादा मजबूत करने अपने उत्पादों को बेचने और कारीगरों की
नई दिल्ली, (पीटीआइ)। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट ने बुधवार को भारतीय कारीगरों, बुनकरों और हस्तशिल्प निर्माताओं को अपने प्लेटफार्म पर लाने के लिए एक नई पहल 'समर्थ' की शुरुआत की। फ्लिप्कार्ट ने भारतीय बाजार में अपनी पकड़ को और ज्यादा मजबूत करने, अपने उत्पादों को बेचने और कारीगरों की मदद करने के लिए पांच गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के साथ भागीदारी की है।
फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि फ्लिपकार्ट ने 'समर्थ' को अपनी ई-कॉमर्स कारीगरों का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया है।
उन्होंने कहा, 'ये छोटे व्यवसाय भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, हम पारंपरिक रूप से अनधिकृत समुदायों को पूरे भारतीय बाजार तक पहुंच बनाने और 150 मिलियन से अधिक ग्राहकों के साथ जुड़ने में मदद कर रहे हैं।' कार्यक्रम के पहले चरण में फ्लिपकार्ट गैर-सरकारी संगठनों के साथ भागीदारी के माध्यम से 35,000 कारीगरों तक पहुंचेगी।
वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि हमारी सरकार ने MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) क्षेत्र का समर्थन करने और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपाय किए हैं, कुछ अनुमानों के अनुसार, ई-कॉमर्स के जरिये संभावित रूप से अगले कुछ वर्षों में 1 मिलियन नौकरियां सृजित होंगी। उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स से लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग जैसे उद्योगों में रोजगार बढ़ने की भी उम्मीद है।
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