जनवरी अंत में बजट अनुमान के 128.5% पर पहुंचा राजकोषीय घाटा
सरकार ने 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान राजकोषीय घाटा 766846 करोड़ रुपये रहने का बजट अनुमान रखा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश का राजकोषीय घाटा जनवरी के अंत में पूरे साल के लिए तय अनुमान के 128.5 फीसद तक पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में घाटा संशोधित बजटीय अनुमान का 121.5 फीसद रहा था। लेखा महानियंत्रक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। वास्तविक रूप से यह घाटा 9,85,472 करोड़ रुपये रहा।
सरकार ने 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान राजकोषीय घाटा 7,66,846 करोड़ रुपये रहने का बजट अनुमान रखा है। इस महीने संसद में पेश बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने चालू वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे के अनुमान को 3.3 फीसद से बढ़ाकर 3.8 फीसद कर दिया। इसका कारण राजस्व संग्रह में कमी बताया गया है।
लेखा महानियंत्रक (सीजीए) के मासिक लेखा आंकड़े के अनुसार राजस्व प्राप्ति अप्रैल-जनवरी में 12.5 लाख करोड़ रुपये रही। यह चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान का 67.6 फीसद है। एक साल पहले इसी अवधि में यह संशोधित अनुमान का 68.3 फीसद रहा था। इसी अवधि में कुल प्राप्ति संशोधित अनुमान का 66.4 फीसद रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में 67.5 फीसद थी। सीजीए के अनुसार, जनवरी अंत तक कुल व्यय 22.68 लाख करोड़ रुपये रहा जो संशोधित अनुमान का 84.1 फीसद है। एक साल पहले इसी अवधि में यह 81.5 फीसद था।