Move to Jagran APP

राजकोषीय घाटा बजट अनुमान के 92.4 फीसद पर पहुंचा

भारत का राजकोषीय घाटा अप्रैल से जुलाई की अवधि के लिए बढ़कर 5.05 लाख करोड़ रुपये हुआ

By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 31 Aug 2017 06:33 PM (IST)Updated: Thu, 31 Aug 2017 06:33 PM (IST)
राजकोषीय घाटा बजट अनुमान के 92.4 फीसद पर पहुंचा
राजकोषीय घाटा बजट अनुमान के 92.4 फीसद पर पहुंचा

नई दिल्ली (जेएनएन)। भारत का राजकोषीय घाटा अप्रैल से जुलाई की अवधि के लिए बढ़कर 5.05 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह वित्त वर्ष 2017 के बजट अनुमान जो कि 5.45 लाख करोड़ रुपये था, का 92.4 फीसद है। यह आकड़ें गुरुवार को कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स ने जारी किए हैं।

loksabha election banner

आंकड़ों के मुताबिक बीते वर्ष की समान अवधि की तुलना में अप्रैल से जुलाई के दौरान राजकोषीय घाटे में 28.3 फीसद की तेजी देखने को मिली है। बीते वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 3.93 लाख करोड़ रुपये रहा था। अप्रैल से जून के दौरान सरकार का कुल खर्च 23.1 फीसद बढ़कर 8.08 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है। यह आंकड़ा बीते वर्ष की समान अवधि में 6.59 लाख करोड़ रुपये रहा था। जबकि इस दौरान सरकार को 15.3 फीसद अधिक 3.03 लाख करोड़ रुपये हासिल हुए हैं।

वहीं, अप्रैल से जुलाई की अवधि के दौरान राजस्व घाटा 4.22 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में 3.29 लाख करोड़ रुपये रहा था। वहीं इस दौरान राजस्व खर्च 7.13 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह बीते वर्ष इसी दौरान 5.85 लाख करोड़ रुपये रहा था।

वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान सरकार ने राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 3.2 फीसद पर लाने का लक्ष्य रखा है। बीते वित्त वर्ष राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 3.5 फीसद पर रखने के लक्ष्य को हासिल किया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.